मुंबई: देश में कोरोना की तेज रफ्तार अब बहुत ज्यादा डराने लगी है। हर दिन कोरोना को लेकर रिकॉर्ड टूट रहे हैं और मौतों की संख्या में भी बड़ा इजाफा हो रहा है।
भारत में कोरोना के मामलों ने गुरुवार को अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और 72 हजार से अधिक नए केस दर्ज किए गए। यहां हैरान करने वाली बात है कि 1 अक्टूबर के बाद यानी 5 महीने बाद कोरोना के मामलों में इतना बड़ा उछाल देखा गया है।
इससे पहले 11 अक्टूबर 2020 को एक दिन में 74,383 नए मामले सामने आए थे। वहीं गुरुवार को करीब 116 दिनों बाद देश में सबसे अधिक 459 लोगों की मौत कोरोना से हुई है।
भारत में सबसे अधिक हालत खराब महाराष्ट्र की है, जहां हर दिन कोरोना एक नया रिकॉर्ड बना रहा है और लोगों को डरा रहा है।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 22 दिनों से लगातार बढ़ते नए मामलों के साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 5,84,055 हो गई, जो कुल मामलों का 4.78 प्रतिशत है।
इस साल 12 फरवरी को उपचाराधीन मरीजों की संख्या सबसे कम 1,35,926 थी, जो तब के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी।
देश में अभी तक कुल 1,14,74,683 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की दर 93.89 प्रतिशत है।
वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है। कोरोना वायरस संक्रमण के 43000 से अधिक नए मामले सामने आए।
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना वायरस के 43,183 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2,856,163 पहुंच गया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से अभी तक 54,898 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 249 लोगों की जान गई है।
गुरुवार को 32,641 लोगों ने कोरोना वायरस को मात देते हुए ठीक हुए। पिछले 24 घंटे में 183,198 लोगों का टेस्ट हुआ है।
महाराष्ट्र में इस साल मार्च में कोरोना के 6,51,513 नए मामले आए जो पिछले पांच महीने में आए कुल मामलों का 88.23 प्रतिशत हैं।
पिछले साल एक अक्तूबर और 28 फरवरी 2021 के बीच कोरोना वायरस के 7,38,377 मामले सामने आए। आंकड़ों से पता चलता है कि पूर्व के महीनों की तुलना में मार्च 2021 में संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है।
वहीं, मुंबई में गुरुवार को 8,646 नए कोरोना मामले सामने आए हैं, जो महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में दर्ज किए मामलों की सबसे अधिक संख्या हैं।
28 मार्च को शहर में 6,923 मामले दर्ज किए गए, जो अब तक का सबसे अधिक रिकॉर्ड था।
मुंबई में संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही मार्च के अंत में स्वस्थ होने की दर घटकर 85 फीसदी रह गई थी, जबकि फरवरी के अंत में यह 93 प्रतिशत था।
आंकड़ों के अनुसार संक्रमण में वृद्धि दर फरवरी के अंत में दर्ज 0.28 प्रतिशत से बढ़कर मार्च अंत तक 1.37 प्रतिशत हो गया। वहीं मामले दोगुने होने की अवधि भी 245 से घटकर 49 दिन हो गई।