रांची: पाहन महासभा (Pahan General Assembly) झारखंड प्रदेश (Jharkhand State) और समस्त आदिवासी मूलवासी संगठनों (Indigenous Organizations) का सरना झंडा जलाने की घटना के विरोध में आहूत राजधानी रांची (Ranchi) बंद का आज सुबह से व्यापक असर दिख रहा है।
पारंपरिक हथियारों और लाठियां से लैस आदिवासी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर हैं। यह लोग आवागमन (Traffic) बाधित कर रहे हैं। इससे राजधानी की परिवहन व्यवस्था ठप हो गई है।
रांची के अन्य हिस्सों में भी परिवहन सेवा चरमरा गई
इन लोगों ने बिरसा चौक (Birsa Chowk) को चारों ओर से घेर लिया है। टायरों को आग लगाकर रास्ता रोक दिया है। रातू रोड-बिरसा चौक बायपास रोड पर किसी भी वाहन को नहीं जाने दिया जा रहा।
इस रास्ते में DPS स्कूल सहित अन्य शिक्षण संस्थान (Teaching Institute) है। इससे स्टूडेंट्स और अन्य लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रांची के अन्य हिस्सों में भी परिवहन सेवा चरमरा गई है।
1500 जवानों को राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया गया
बंद के मद्देनजर जिला प्रशासन ने CM आवास और सचिवालय की 200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लगा दी है। कानून-व्यवस्था (Law and Order) की स्थिति बिगड़ने न पाए, इसके लिए 1500 जवानों को राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया गया है।
झारखंड प्रदेश पाहन महासंघ के जगदीश पाहन ने सरकार से मांग की है कि सरना झंडा का अपमान करने वालों को फौरन गिरफ्तार किया जाए।