नई दिल्ली/ भुवनेश्वर: चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ का ओडिशा और आंध्र प्रदेश में असर दिखने लगा है। चक्रवात के चलते दक्षिण आडिशा के तटीय इलाकों में प्रशासन सतर्क है।
ओडिशा में अब तक कई हजार लोगों को खतरे वाले क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दिल्ली से चक्रवात से प्रभावित जिलों के अधिकारियों के साथ वर्चुअली बैठक कर राहत और बचाव कार्यों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
रविवार दोपहर बाद दक्षिण ओडिशा के कई इलाकों में चक्रवात गुलाब का असर दिखने लगा है।
कई इलाकों में हवा के साथ भीषण बारिश का दौर शुरू हो गया है। खासकर दक्षिण ओडिशा में भारी बारिश अभी से शुरू हो गई है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक चक्रवात गुलाब वर्तमान समय में गोपालपुर बंदरगाह से 180 किमी. एवं आन्ध्रप्रदेश के कलिंगपत्तनम से 230 किमी. की दूरी पर केन्द्रित है और यह 17 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
माना जा रहा है कि शाम तक यह चक्रवात तटीय इलाकों से टकरायेगा। माना जा रहा है कि शाम तक यह चक्रवात तटीय इलाकों से टकरायेगा।
राज्य में चक्रवात के चलते दक्षिण आडिशा के तटीय इलाकों में प्रशासन सतर्क है।
संभावित खतरे वाले स्थानों से अब साढ़े तीन हजार लोगों को निकाल कर शेल्टर होम में रखा गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अलर्ट के बाद ओडिशा के तटीय इलाकों में चक्रवात ‘गुलाब’ के खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। राज्य के मुख्यमंत्री पटनायक इस समय दिल्ली के प्रवास पर हैं।
रविवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दिल्लील स्थित ओडिशा भवन में एक वर्चुअली बैठक कर चक्रवात प्रभावित 11 जिलों के जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों से वार्ता की।
उन्होंने कहा कि तूफान से राज्य के 11 जिले प्रभावित हो सकते हैं।
आज शाम तक चक्रवात के 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिण ओडिशा के तट से गुजरने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव शनिवार को चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ में बदल गया है।
जिसके चलते उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने दक्षिणी ओडिशा के कुछ हिस्सों में चक्रवाती तूफान गुलाब से भारी तबाही होने की चेतावनी दी है।