पटना: मौसम विज्ञान केंद्र,पटना ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चक्रवाती तूफान असानी का असर बिहार में भी देखने को मिल सकता है।
इसके 11 और 12 मई को बिहार पहुंचने के आसार हैं। बिहार के पूर्वी और उत्तरी जिलों में इसका असर हो सकता है। नेपाल से सटे 13 जिलों में हल्की बारिश के साथ वज्रपात की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों में असानी तूफान के और तेज होने की आशंका है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का कहना है कि यह तूफान उत्तर-पश्चिम दिशा में 16 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है।
यह विशाखापत्तनम से दक्षिण-पूर्व दिशा में 970 किमी और 1,020 किमी की दूरी पर है। वहीं, पुरी से दक्षिण पूर्व दिशा में है।
इस साइक्लोन ने शनिवार को अंडमान सागर से बंगाल की खाड़ी में एंट्री की, जिसके बाद मौसम विभाग (आईएमडी) ने ओडिशा और बंगाल में आंधी-बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 10 मई को ओडिशा के पुरी-गंजाम के समुद्री तटों से तूफान टकरा सकता है। जबकि 11 और 12 मई को इसके बिहार में पहुंचने के आसार है।
बिहार पहुंचने से पहले कमजोर हो जाएगा तूफान
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के मुताबिक बिहार पहुंचने से पहले ही ये तूफान पूरी तरह कमजोर पड़ जाएगा।
बिहार के सीमाई जिलों में इसका असर देखने को मिल सकता है। यहां हल्की बारिश और वज्रपात की आशंका है।
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, अगले चार दिनों तक बिहार में पुरवैया हवा चलेगी। हवा में नमी के कारण लोगों को लू और गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है, जबकि राज्य के पूर्वी हिस्सों में 11 और 12 मई को आंशिक बादल के साथ हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है। इसके साथ वज्रपात के भी आसार है।
मौसम विभाग ने बिहार के जिन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है उनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर और बांका प्रमुख हैं।