रांची : रूपा तिर्की की मौत के मामले की जांच करने बुधवार को साहेबगंज के दो डीएसपी सहित कई पदाधिकारियों की टीम रांची पहुंची।
यह टीम रूपा के रातू स्थित काठीटांड़ के घर गयी।
रूपा के माता-पिता से कुछ जानने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने मामले में सीबीआई जांच की मांग से हटकर किसी भी अधिकारी से कोई भी बात करने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि रूपा तिर्की रांची के रातू थाना अंतर्गत काठीटांड़ की रहनेवाली थी।
वह 2018 बैच के अवर निरीक्षक के रूप में बहाल हुई थी। वह साहेबगंज थाना प्रभारी के तौर पर कार्यरत थीं।
तीन मई को रूपा के साहेबगंज स्थित सरकारी आवास में गले में रस्सी का फंदा लगा शव बरामद किया गया था।
पुलिस जांच में यह बात सामने आयी थी कि मौत वाले दिन रूपा के मोबाइल पर अंतिम कॉल शिव कुमार कनौजिया का ही आया था।
मामले में उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है। वहीं परिजनों का आरोप है कि रूपा तिर्की की हत्या की गय है।
बता दें कि साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रांची के रातू निवासी रूपा तिर्की की माैत का एसआईटी ने खुलासा किया था।
बाॅयफ्रेंड सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था। इसी कारण रूपा ने खुदकुशी की की थी।
शिव कुमार रूपा का बैचमेट है और अभी चाईबासा में तैनात है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर यह जानकारी थी।
एसआईटी के मुखिया डीएसपी हेडक्वार्टर संजय कुमार ने बताया कि जांच टीम ने कई ऑडियाे और वाॅट्सएप मैसेज काे खंगाला।
इसमें चाैंकाने वाले खुलासे हुए। एसआईटी के मुताबिक शिव कुमार उससे प्यार का नाटक करता था और अक्सर पैसाें की मांग करता था। कई बार माेटरसाइकिल ताे कई बार माेटी रकम मांगता था।
कई बार रूपा ने उसकी मदद भी की थी। यही नहीं, वह रूपा पर आपत्तिजनक स्थिति में वीडियाे काॅल करने का भी दबाव बनाता था। इन्हीं बाताें से आहत हाेकर उसने खुदकुशी कर ली।