The family spends Rs 35-40 lakh every year on Lawrence Bishnoi: गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती जेल में बंद 31 साल के Gangster Lawrence Bishnoi पर उसका परिवार हर साल 35-40 लाख रुपये तक खर्च करता है।
यह जानकारी गैंगस्टर के चचेरे भाई 50 साल की रमेश बिश्नोई ने दी है। Indian Express की खबर के अनुसार, रमेश ने बताया कि परिवार ने कभी नहीं सोचा था कि लॉरेंस अपराधी बन जाएगा।
वह पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) से कानून स्नातक है। पिछले कुछ वर्षों में, उसका नाम कई हाई-प्रोफाइल मामलों में सामने आया, जिसमें 12 अक्टूबर को महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की मुंबई में गोली मारकर की गई हत्या भी शामिल है।
सिद्दीकी बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के करीबी दोस्त थे। फिलहाल बिश्नोई गैंग पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड और अन्य राज्यों में फैल चुका है। NIA की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के पास 650 से ज्यादा शूटर हैं।
चाची के सुझाव पर बदल लिया अपना नाम
रमेश ने बताया, हम हमेशा से अमीर रहे हैं। लॉरेंस के पिता Haryana Police में कांस्टेबल थे। हम गांव में 110 एकड़ जमीन के मालिक हैं। लॉरेंस हमेशा महंगे कपड़े और जूते पहनता था। पंजाब के फिरोजपुर का रहने वाले लॉरेंस बिश्नोई का असली नाम बलकरन बराड़ है।
स्कूल के दिनों में वह ‘लॉरेंस’ बन गया। कथित तौर पर अपनी चाची के सुझाव पर उसने अपना नाम ‘लॉरेंस बिश्नोई’ रख लिया। रिपोर्ट में लॉरेंस बिश्नोई के घर का दौरा करने वाले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से हवाले से बताया गया है कि उसके पिता लविंदर बिश्नोई और मां सुनीता बेटे को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं।