भोपाल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पहले गांवों के लोग अपनी ताकत, अपनी जमीन, घर और अन्य वस्तुओं का इस्तेमाल अपने विकास के लिए पूरी तरह से नहीं कर पाते थे।
गांव की ज़मीन और घरों को लेकर विवाद, लड़ाई-झगड़े, अवैध कब्ज़ों में लोगों की ऊर्जा, समय एवं पैसा बर्बाद होता था। पर, वो जमाना देश अब पीछे छोड़ आया है, जब गरीब को एक-एक पैसे, एक-एक चीज के लिए सरकार के पास चक्कर लगाने पड़ते थे।
अब गरीब के पास सरकार खुद चलकर आ रही है और उनको सशक्त बना रही है। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को मध्य प्रदेश के हरदा जिले में जनकल्याण और सुराज अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कार्यक्रम में स्वामित्व योजना के 19 जिलों के 3000 ग्रामों में एक लाख 71 हजार हितग्राहियों को अधिकार अभिलेख का वितरण किया।
इस अवसर पर उन्होंने सीहोर, हरदा और डिंडोरी जिले के हितग्राहियों से वर्चुअल संवाद भी किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हरदा में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 6-7 वर्षों में हमारी सरकार के प्रयासों को देखें, योजनाओं को देखें, तो हमने प्रयास किया है कि गरीब को किसी तीसरे व्यक्ति के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़े।
आज खेती की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सीधे किसानों के बैंक खातों में पैसा भेजा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना, सिर्फ कानूनी दस्तावेज़ देने की योजनाभर नहीं है, बल्कि ये आधुनिक टेक्नॉलॉजी से देश के गांवों में विकास और विश्वास का नया मंत्र भी है।
ये जो ‘गांव-मोहल्ले में उड़न खटोला’ उड़ रहा है, ये जो ड्रोन उड़ रहा है, वो भारत के गांवों को नई उड़ान देने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के गांवों को, गांवों की प्रॉपर्टी को, ज़मीन और घर से जुड़े रिकॉर्ड्स को अनिश्चितता और अविश्वास से निकालना बहुत ज़रूरी है।
इसलिए पीएम स्वामित्व योजना, गांव के हमारे भाइयों और बहनों की बहुत बड़ी ताकत बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने इस कोरोना काल में भी देखा है कि कैसे भारत के गांवों ने मिलकर एक लक्ष्य पर काम किया, बहुत सतर्कता के साथ इस महामारी का मुकाबला किया।
बाहर से आए लोगों के लिए रहने के अलग इंतजाम हों, भोजन और काम की व्यवस्था हो, वैक्सीनेशन से जुड़ा काम हो, भारत के गांव बहुत आगे रहे।
उन्होंने कहा कि ये हम अक्सर कहते-सुनते आए हैं कि भारत की आत्मा गांव में बसती है, लेकिन आज़ादी के दशकों-दशक बीत गए, भारत के गांवों के बहुत बड़े सामर्थ्य को जकड़ कर रखा गया।
उन्होंने कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी से किसानों को, मरीज़ों को, दूर-दराज के क्षेत्रों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले, इसके लिए हाल ही में अनेक नीतिगत निर्णय लिए गए हैं।
आधुनिक ड्रोन बड़ी संख्या में भारत में ही बने, इसमें भी भारत आत्मनिर्भर हो, इसके लिए पीएलआई स्कीम भी घोषित की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सीहोर जिले के बुधनी निवासी विनीता बाई से संवाद किया। विनीता ने बताया कि स्वामित्व योजना के अंतर्गत संपत्ति का कार्ड मिलने से अब वह बैंक के माध्यम से लोन लेकर व्यवसाय शुरू कर सकेंगी।
प्रधानमंत्री ने डिंडौरी जिले के प्रेम सिंह से संवाद किया। प्रेम सिंह ने बताया कि स्वामित्व योजना के तहत उन्हें अब अपनी जमीन का अधिकार मिलने से परेशानियां दूर हुई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने हरदा जिले के हांडिया तहसील के हितग्राही पवन कुमार से संवाद किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि जब से उन्हें संपत्ति कार्ड के जरिये 2 लाख 90 हजार रुपये का लोन प्राप्त हुआ है तब से उनके जीवन में खुशहाली आई है। प्रधानमंत्री ने हितग्राहियों का मार्गदर्शन किया।