जिनेवा: Corona virus (कोरोना) के बाद बढ़ते मंकीपॉक्स वायरस ( Monkey Pox virus) के प्रकोप ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि उसकी आपातकालीन समिति ने निर्धारित किया है, कि मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में वर्गीकृत किया जाना चाहिए, क्योंकि यह इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेश(WHO ) के मानदंडों को अब भी पूरा करता है, जो पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न के लिए चिंता का विषय है।
वायरस को रोकना मुश्किल होगा
रिपोर्ट के अनुसार, WHO द्वारा बयान में कहा गया है कि आपातकालीन समिति ने माना है कि पिछली बैठक जो 20 अक्टूबर को हुई थी उसके बाद से कई देशों में मंकीपॉक्स (Monkey Pox) के प्रकोप में कुछ प्रगति हुई है, हालांकि डब्ल्यूएचओ ने कहा कि नए वैश्विक मामलों की संख्या में पिछले सप्ताह की तुलना में इन 7 दिनों में 41 प्रतिशत की गिरावट आई है, लेकिन WHO की आपातकालीन समिति ने कहा कि चिंता के कई कारण हैं, यदि वायरस अधिक कमजोर आबादी के बीच अधिक फैलना शुरू कर देता है, तब वायरस को रोकना मुश्किल होगा है।
वायरस के मामले बढ़ रहे
यह बयान IHR आपातकालीन समिति की तीसरी बैठक के बाद आया है, जो गुरुवार को बहु-देशीय मंकीपॉक्स ( monkey pox) के प्रकोप (Effect) के संबंध में आयोजित की गई थी।
तीसरी बैठक कथित तौर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बुलाई गई थी, जिसमें 15 सदस्यों में से 11 और समिति के 9 सलाहकारों में से छह ने बैठक में भाग लिया था।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने समिति का स्वागत किया। विश्व स्तर ( world Label) पर मामलों में एक आशाजनक गिरावट को देखकर उन्होंने कहा कि कुछ देशों में जहां वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, तब कुछ ऐसी भी जगह है
जहां इसकी कम रिपोर्ट आ रही हैं। अमेरिका ( America) और अफ्रीका ( Africa) के क्षेत्रों में मामले लगातार बढ़ रहे थे, लेकिन यहां भी अब उम्मीद से कम प्रगति हुई है। WHO की गिनती के अनुसार, मंकीपॉक्स अचानक पश्चिम अफ्रीकी देशों से आगे फैलने लगा, है।