नई दिल्ली: काशी को जल्द ही देवी अन्नपूर्णा की प्राचीन मूर्ति वापस मिलने जा रही है। यह मूर्ति एक सदी पहले वाराणसी के घाट से चोरी हो गई थी।
यह मूर्ति कनाडा के युनिवर्सिटी ऑफ रेजिना में मिली थी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) इस मूर्ति को वराणसी भेजने की तैयारी कर रहा है।
अब 11 नवंबर को इस मूर्ति को अलीगढ़, कनौज, अयोध्या होते हुए 15 नवंबर को काशी ले जाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना विश्वविद्यालय के संग्रह से अन्नपूर्णा की प्रतिमा को अंतरिम राष्ट्रपति और विश्वविद्यालय के उप-कुलपति थॉमस चेस, कनाडा में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को एक समारोह में दी गई।
इस समारोह में मैकेंजी आर्ट गैलरी, ग्लोबल अफेयर्स कनाडा और कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। 15 अक्टूबर को यह मूर्ति एएसआई को प्राप्त हुई है।
एएसआई के मुताबिक साल 1976 से 55 ऐतिहासिक मूर्तियां भारत वापस लाई गईं। इनमें से 75 फीसदी मूर्तियां और एंटीक्यूटी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में वापस लाईं गई हैं। साल 2014 से अबतक 42 ऐतिहासिक धरोहर वापस लायी गयीं।