नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने मध्यप्रदेश के इमलिया गांव से एक 30 वर्षीय महिला को रेस्क्यू करवाया। आयोग को लड़की के माता पिता ने शिकायत दी जिसमें उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले उनकी बेटी का विवाह मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के इमलिया गांव में एक व्यक्ति से हुए था और उस विवाह से उसके दो बच्चे भी हैं।
20 सितंबर को महिला के पति का आकस्मिक निधन हो गया, जिसके बाद से ही लड़की के ससुराल वालों ने लड़की के साथ मारपीट और तरह तरह की प्रताड़ना शरू कर दी।
लड़की के परिवार वालों ने कई बार ससुराल पक्ष से फोन पर बात कर उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन ससुराल पक्ष की तरफ से उन्हें बदले में धमकी दी जाती कि उनकी बेटी को जान से मार देंगे।
लड़की के माता पिता ने तमाम कोशिशों के बाद दिल्ली महिला आयोग में अपनी शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आयोग की सदस्य सारिका चौधरी ने मामले की जानकारी आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को दी। स्वाति ने महिला को रेस्क्यू करवाने की कार्यवाई शुरू कराने के निर्देश दिए।
आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, दिल्ली महिला आयोग अपने कार्यक्षेत्र से बाहर जाकर महिलाओं की मदद करने से नहीं झिझकता। इस मामले में भी आयोग ने मध्यप्रदेश से लड़की को रेस्क्यू करवाया।
दिल्ली महिला आयोग ने अपने काम से ही देशभर में अपनी विश्वसनीयता कायम की है, यही वजह है आज देशभर की महिलाएं आयोग की तरफ उम्मीद से देख रही हैं।
सारिका ने संबंधित इलाके के एसएसपी से संपर्क किया और लड़की की सारी जानकारी मुहैया करवाई। मध्य प्रदेश पुलिस के साथ लगातार संपर्क में रहते हुए लड़की को उसके ससुराल से रेस्क्यू करवाया गया और उसे वापिस दिल्ली लाने की कार्यवाई शुरू की गई।
आयोग के दखल के बाद महिला एवं उसके बच्चों को वापिस सुरक्षित दिल्ली लाया गया एवं ससुराल पक्ष के खिलाफ मामले में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई। लड़की अब अपने परिवार वालों के साथ रह रही है और आयोग लड़की की कानूनी सहायता भी कर रहा है।