रांची : मोरहाबादी मैदान के पुनर्विकास कार्य के तहत मैदान के चारों ओर लैंडस्केपिंग एवं पावर ब्लॉक लगाने से संबंधित कार्य योजना पर रोक लगा दी गयी है।
यह रोक रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने लगायी है। गुरुवार को उन्होंने कहा कि यह काम आरसीडी के अधीन है।
रांची नगर निगम को 15वें वित्त आयोग के तहत आवंटित राशि से निगम को अपने कार्य क्षेत्र में ही कार्य किया जाना है।
दरअसल, 26 मार्च को नगर विकास विभाग ने पत्र के माध्यम से रांची नगर निगम को निर्देश दिया था कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में 15वें वित्त आयोग के तहत आवंटित राशि से शहरी जलापूर्ति, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सिवरेज एंड ड्रेनेज, नगरीय आधारभूत संरचनाएं एवं आवास मद से मोरहाबादी मैदान के पुनर्विकास के तहत कैंपस लैंडस्केपिंग और पावर ब्लॉक कार्य करायें।
इस कार्य के लिए नगर विकास विभाग ने 4,39,25,100 रुपये के प्राक्कलन पर प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान की है।
मेयर ने नगर आयुक्त मुकेश कुमार को पत्र लिखकर संबंधित कार्य योजना पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि 19 मार्च को स्थायी समिति की बैठक में निर्णय हुआ था कि 15वें वित्त आयोग से आवंटित 20 करोड़ रुपये की राशि से पथ निर्माण विभाग के अधीन सड़कों को छोड़कर रांची नगर निगम के अधीन आनेवाले 53 वार्ड के गली-मोहल्लों में आवश्यकताओं के अनुसार पावर ब्लॉक से सड़क का निर्माण कराया जायेगा।
रांची नगर निगम के मुख्य अभियंता वार्ड स्तर पर गली-मोहल्लों में पावर ब्लॉक से सड़क निर्माण कराने की कार्य योजना पर तकनीकी व प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान कर चुके हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि रघुवर सरकार के कार्यकाल में ही तत्कालीन नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने वार्ड स्तर पर गली-मोहल्लों में पीसीसी सड़क की जगह पावर ब्लॉक का उपयोग कर सड़क निर्माण कराने की योजना पर सहमति प्रदान की थी।
पावर ब्लॉक से गली-मोहल्लों में सड़क निर्माण कराने की योजना के पीछे उद्देश्य यह था कि शहरी क्षेत्र में दिनों-दिन भूगर्भ जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है।
पावर ब्लॉक से निर्मित गली-मोहल्लों की सड़कें रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना का काम करेगी। पावर ब्लॉक से निर्मित सड़कों के निर्माण में कंक्रीट का काफी कम उपयोग किया जाता है।
इस तकनीक से निर्मित सड़कों के निर्माण में निचली सतह पर सिर्फ बालू की परत का उपयोग किया जाता है। साथ ही पावर ब्लॉक से निर्मित गली-मोहल्लों की सड़क का मेंटेनेंस करना भी आसान होगा।
लिहाजा रांची शहर में भूगर्भ जलस्तर में आ रही गिरावट को देखते हुए पावर ब्लॉक से गली-मोहल्लों में सड़क निर्माण कराने की सकारात्मक पहल की गयी है।
मेयर ने यह भी कहा कि रघुवर सरकार में शहर की मुख्य सड़कों के किनारे पावर ब्लॉक से सड़क चौड़ीकरण का कार्य पूर्व में पथ निर्माण विभाग ने ही कराया है।
इसके अलावा रघुवर सरकार में मोरहाबादी मैदान सहित आस-पास के क्षेत्रों को टाइम्स स्क्वॉयर की तर्ज पर विकसित कर नाइट मार्केट लगाने की योजना तैयार की गयी थी।
इस कार्य योजना के तहत प्रथम चरण में जुडको के माध्यम से टेंडर प्रक्रिया पूरा कर मोरहाबादी मैदान में एलईडी स्क्रीन व फ्लड लाइट आदि लगाये गये।
दूसरे चरण की योजना के तहत जुडको के माध्यम से मोरहाबादी मैदान को विकसित करने के लिए लैंडस्केपिंग, ग्रास लगाने, पावर ब्लॉक से मैदान के चारों ओर मॉर्निंग वॉकर्स के लिए पाथ-वे का निर्माण व नाइट मार्केट के लिए 150 दुकानों के निर्माण के लिए डीपीआर भी तैयार की गयी थी।
इसलिए पूर्व में लिये गये निर्णय के तहत मोरहाबादी मैदान के पुनर्विकास से संबंधित कार्य रांची नगर निगम के माध्यम से कराना नियमसंगत नहीं है।
15वें वित्त आयोग के तहत आवंटित राशि से 53 वार्डों में आवश्यकतानुसार पावर ब्लॉक से गली-मोहल्लों में सड़क का निर्माण कराया जाना है।