बाक्सा (असम): भारत मां के वीर सपूत शहीद सुमन स्वर्गीयारी का पार्थिव शरीर आज बाक्सा जिला के थेकाराकुची स्थित पैतृक घर पहुंचा।
बहादुर शहीद का पार्थिव शरीर गुवाहाटी के बोरझार स्थित हवाई अड्डे से पूरे सैनिक सम्मान के साथ पुष्प सज्जित वाहन के जरिए असम राइफल्स के साथी जवानों और पुलिस के काफिले के बीच आज सुबह थेकाराकुची स्थित शहीद के आवास पर पहुंचा। पार्थिव शरीर जब घर पहुंचा तो भारी संख्या में स्थानीय लोग वीर शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद रहे।
शहीद सुमन का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही पूरे इलाका शोक में डूब गया। शहीद की पत्नी, बहन, मां और रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
इस बीच शहीद के महज तीन साल के बेटे को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि हाल ही में पिता ने ड्यूटी पर जाते समय जल्द लौटने की बात कही थी। वे आज ताबूत में सोये हुए हैं। वह एक बार अपने पिता का चेहरा देख रहा था तो दूसरी ओर मां को।
परिवार के सदस्यों के साथ-साथ असम राइफल्स से लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों ने बहादुर शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत और यूजी ब्रह्म ने असम सरकार की ओर से वीर शहीद की पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की।
शहीद का पार्थिव शरीर पहले बोरझार एयरफोर्स स्टेशन लाया गया। स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत ने बोरझार में शहीद को श्रद्धांजलि दी। जोरहाट के रोरैया एयरफोर्स स्टेशन से बोरझार लाने के बाद शहीद के पार्थिव शरीर को उसके गांव ले जाया गया।
गौरतलब है कि शनिवार सुबह मणिपुर के चुराचांदपुर जिला के भारत-म्यांमार सीमावर्ती इलाके में उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किये गये हमले में 46वीं असम राइफल्स के सीओ समेत पांच जवान शहीद हुए थे।
इस हादसे में सीओ की पत्नी और पुत्र समेत कुल सात लोगों की मौत हुई थी। उग्रवादियों के हमले में असम के बाक्सा जिला निवासी असम राइफल्स के जवान सुमन स्वर्गीयारी भी शहीद हो गये थे। सुमन ने 2011 में असम राइफल्स को ज्वाइन किया था।