गुमला: नगर परिषद द्वारा किए जा रहे सर्वे में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक बच्ची की मां विधवा नेत्रहीन महिला को युवती अपना पति मानती है और उसी के नाम पर सिंदूर लगाती है। मंगलसूत्र भी पहनती है।
यही नहीं, इस दांपत्य जीवन से दोनों खुश भी हैं। साथ ही दोनों साथ जीना-मरना चाहती हैं।
ऐसे सामने आया मामला
इस बात का खुलासा तब हुआ जब गुमला के आईटी सेल में आधार कार्ड पंजीकरण के लिए नगर परिषद की ओर से कैंप लगाया गया।
कैंप में इस महिला की मुलाकात नगर परिषद की सामुदायिक संगठनकर्ता से हुई।
उन दोनों से बातचीत की और उनके आधार कार्ड के साथ-साथ अन्य सुविधा दिलाने का भी फैसला किया गया।
आठ वर्ष पहले मंदिर में रचाई शादी
बताया जाता है कि आठ वर्ष पहले दोनों घाघरा के एक मंदिर में शादी रचाकर अपना जीवन निर्वाह कर रही हैं।
गुमला जैसे अति पिछड़ा जिले में समलैंगिक विवाह की बात भले ही आश्चर्य लगती हो, लेकिन यह हकीकत है।
नेत्रहीन महिला के पति की मौत वर्ष 2012 में हो गई। वह अपनी बेटी के साथ अकेले रहनी लगी।
उसी साल एक शादी समारोह में युवती से मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों ने हमेशा-हमेशा के लिए साथ रहने का फैसला ले लिया।