बोकारो: दोस्ती भी एक बहुत बड़ी चीज होती है। यह वाकया कैंप- 2 में बुधवार को सामने आया।
कैंप-2 के चार नंबर रोड निवासी 59 वर्षीय तारकेश्वर सिंह और 70 वर्षीय शंकर साव दोनों की दोस्ती काफी गहरी थी।
एक दोस्त तारकेश्वर की मौत के चंद घंटों के बाद ही दूसरे दोस्त शंकर की भी सदमे में मौत हो गई।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, एक बरगद पेड़ के नीचे बने चबूतरे पर सुबह 7 बजे से एक साथ मोबाइल से गाना सुन रहे थे। दोनों दोपहर 12 बजे गाना सुनकर अपने-अपने घर चले गए।
तारकेश्वर सिंह बीएसएल में कार्यरत थे। उन्हें बी शिफ्ट की ड्यूटी पर जाना था। इसलिए वह भोजन कर ड्यूटी जाने के लिए निकल ही रहे थे कि अचानक गिर पड़े।
उन्हें तत्काल बीजीएच ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्व. सिंह इसी महीने की 31 तारीख को सेवानिवृत्त होने वाले थे।
उनके निधन की खबर उनके दोस्त बीएसएल से सेवानिवृत्त 70 वर्षीय शंकर साव को शाम 5 बजे जैसे ही मिली कि वह कांपते हुए गिर पड़े। उन्हें तत्काल परिजन बीजीएच ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
इस प्रकार एक दोस्त ने दूसरे दोस्त के निधन की खबर को बर्दाश्त नहीं कर सका और वह भी दुनिया छोड़कर चले गए।
दोनों के निधन के बाद दोनों की दोस्ती के चर्चे कैंप में होती रही। सभी ने इस दोहरे निधन को लेकर अपनी शोक संवेदना जताई है। इलाके में मातम का माहौल है।
आमने-सामने ही थे दोनों के घर
दोनों दोस्त कैंप-2 के चार नंबर रोड के किनारे आमने-सामने के आवासों में ही रहते थे। हमेशा दोनों एक साथ ही बैठते थे। दोनों जब घर से निकलते थे तो आपस में उनकी भेंट हो ही जाती थी।
दोनों हमेशा साथ-साथ दुर्गा पूजा मैदान के कोने में बरगद पेड़ पर बने चबूतरे पर बैठकर अपना सुख-दुख साझा किया करते थे। दोस्ती काफी गहरी थी। यही वजह है कि एक के निधन की खबर सुन दूसरे ने भी सदमे में दम तोड़ दिया।