बीजिंग: अमेरिका में राजनेताओं के पीछे वित्त पोषण समूह या व्यक्ति सरकार के फैसलों को प्रभावित करते हैं।
यह कुछ शक्तिशाली समूहों के हितों द्वारा सबसे अधिक वंचित लोगों के हितों को खत्म करने का कारण बनता है।
मध्य और निम्न वर्ग के लोगों के हितों और राय को सरकार द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जाता है।
चाहे वह राष्ट्रपति चुनाव हो या कांग्रेस चुनाव हो, सब उम्मीदवारों को वित्त, ऊर्जा, शिक्षा आदि विभिन्न क्षेत्रों से वित्तीय मदद मिलती है और वित्तपोषण की राशि भी करोड़ों अमेरिकी डॉलर हो सकती है।
इस लिहाज से अमेरिकी राजनेताओं को सत्ता संभालने के बाद अपने वित्तपोषण वालों की सेवा भी करनी पड़ती है।
वर्तमान अमेरिकी सरकार की आर्थिक टीम ने सत्ता में आने के बाद वॉल स्ट्रीट फाइनेंशियल ग्रुप के साथ घनिष्ठ संबंध रखे।
वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने क्रमश: गोल्डमैन सैक्स और सोरोस फंड मैनेजमेंट कंपनी के लिए काम किया।
व्हाइट हाउस के पूर्व आर्थिक सलाहकार गेरी कोहेन ने भी गोल्डमैन सैक्स के अध्यक्ष के रूप में काम किया।
इसके साथ वर्तमान अमेरिकी सैन्य नेताओं के हथियारों के डीलरों के साथ भी संबंध रहे हैं।
पिछले चार साल में व्हाइट हाउस के मालिक ने अपने व्यापारी होने का लाभ उठाकर अचल संपत्ति के माध्यम से पैसा जुटाया है।
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक निजी जेल ठेकेदारों, छोटी ऋण कंपनियों और अन्य विशेष हित समूहों ने अमेरिकी नेताओं के करीब आने के लिए उनकी जगहों पर 137 गतिविधियों का आयोजन किया।
जिससे उन्हें दसियों लाख डॉलर का मुनाफा मिला है। इसका परिणाम भी स्पष्ट है।
ओबामा प्रशासन के दौरान छोटी ऋण कंपनियों को यह समीक्षा करने की आवश्यकता थी कि क्या ऋणदाता ऋण चुकाने में सक्षम है।
लेकिन वर्तमान अमेरिकी सरकार ने जुलाई 2020 में आधिकारिक तौर पर इस नीति को समाप्त कर दिया।
यह दर्शाता है कि राजनीतिक समूहों और उनके पीछे वित्त पोषण समूहों के बीच जारी सांठ-गांठ अमेरिकी राजनीति में भ्रष्टाचार को बढ़ाती है और राजनीति के पतन की उत्प्रेरक बन गयी है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)