नई दिल्ली: भारत में अगले दो साल के भीतर इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric vehicle) की संख्या तीन करोड़ से ऊपर पहुंच जाएगी।
यह कहना है केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का। एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि देश में ऐसे कई प्रतिभाशाली युवा हैं, जिन्हें सिर्फ प्रोत्साहन की जरूरत है।
गडकरी ने कहा, “इलेक्ट्रिक स्कूटर सेगमेंट में लगभग 250 स्टार्टअप हैं, जो अभी काम कर रहे हैं और उन्होंने वास्तव में अच्छे स्कूटर बनाए हैं और इन स्कूटरों को बाजार में अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।”
भारत में पहले से ही 10 लाख से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन और 1,742 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन हैं।मार्च तक वाहन 4 के आंकड़ों से पता चला है कि देश में लगभग 10,76,420 इलेक्ट्रिक वाहन और 1,742 ईवी चार्जिंग स्टेशन हैं।
गडकरी ने कहा कि देश में इलेक्ट्रिक स्कूटरों की मौजूदा संख्या 12 लाख है।उन्होंने कहा, “दिसंबर के आखिर तक यह संख्या 40 लाख तक पहुंच जाएगी।
भारत एक बड़ा बाजार है, वे भारत से निर्यात कर सकते हैं
वहीं अगले दो सालों में यह 3 करोड़ तक पहुंच जाएगी.” उन्होंने यह भी कहा कि ईवी सेगमेंट में बड़े ब्रांडों के एकाधिकार को छोटे ब्रांडों द्वारा चुनौती दी जा रही है, जिसे वह सकारात्मक मानते हैं, क्योंकि नए ब्रांड अच्छी क्वलिटी वाले उत्पाद ला रहे हैं.सरकार देश में लोकल मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए ऑटो कंपनियों तेजी से प्रोत्साहित कर रही है
परिवहन मंत्री कुछ शर्तों के आधार पर लोकप्रिय ईवी कंपनी टेस्ला को देश में लाने पर भी फोकस कर रहे हैं।इससे पहले गडकरी ने कहा था कि अगर टेस्ला स्थानीय स्तर पर अपने इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण करती है, तो उसे भी लाभ मिलेगा।
अगर टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क भारत में निर्माण के लिए तैयार हैं तो भारत में कोई समस्या नहीं है, निर्माण शुरू करें, भारत एक बड़ा बाजार है, वे भारत से निर्यात कर सकते हैं।”