इस्लामाबाद: पाकिस्तान की नयी सरकार में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार कहे जाने वाले शहबाज शरीफ और पंजाब के मुख्यमंत्री पद के दावेदार उनके बेटे हम्जा शहबाज के खिलाफ मनी लॉड्रिंग मामले की जांच करने वाला अधिकारी अनिश्चितकालीन अवकाश पर चला गया है।
शहबाज शरीफ और उनके बेटे हम्जा के खिलाफ 14 अरब पाकिस्तानी रुपये की मनी लॉड्रिंग का मामला चल रहा है और इसकी जांच पाकिस्तान की फेडरल जांच एजेंसी की लौहार इकाई कर रही थी। अवकाश पर जाने वाले अधिकारी मोहम्मद रिजवान इसी इकाई के निदेशक हैं।
डॉन न्यूज के मुताबिक वह 11 अप्रैल से पूरे वेतन के साथ अवकाश पर हैं। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में सत्ता बदलते ही उन्हें खुद पर कार्रवाई किये जाने की आशंका होने लगी थी।
एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, नयी सरकार पहला ऑर्डर रिजवान के ट्रांसफर का ही देती। शहबाज शरीफ का कहना था कि इमरान खान के इशारे पर उनके सलाहकार शहजाद अकबर ने रिजवान को उनके तथा उनके परिवार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये कहा।
एफआईए की विशेष अदालत इस मामले में सोमवार को शहबाज और हम्जा को दोषी करार कर सकती है।
गत साल, जहांगीर तरीन ग्रुप से संबंधित सांसदों की मांग पर इमरान खान की सरकार ने चीनी घोटाला मामले में तरीन और उनके बेटे अली तरीन की जांच कर रहे रिजवान को जांच एजेंसी से हटा दिया था। हालांकि, बाद में रिजवान को वापस बुला लिया गया था।