रांची: 31वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में (Bihar Judicial Service Exam) टॉप करते हुए राजधानी रांची की एक बेटी ने पूरे प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है।
भावना नंदा (Bhavna Nanda) ने यह मुकाम हासिल करते हुए अपने साथ पूरे परिवार और अपने चाहने वालों को गौरवान्वित कर दिया है।
हालांकि भावना ने इस क्षेत्र में करियर बनाने और इसके लिए प्रोत्साहित करते रहने का पूरा श्रेय अपने पिता को दिया है।
पिता से पाई प्रेरणा
भावना ने कहा कि पिता नवल किशोर नंदा ने न्यायिक सेवा में भविष्य को तलाशने के लिए हर समय मोटिवेट किया।
उन्होंने हर वक्त इसके लिए प्रेरित किया।
हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि वह झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand Highcourt) की मुख्य न्यायाधीश रहीं जस्टिस ज्ञान सुधा मिश्रा से काफी ज्यादा प्रभावित रहीं और उसने प्रेरणा भी प्राप्त करती रहीं।
इसी का परिणाम है कि आज वह इस मुकाम पर पहुंच पाई हैं।
रांची के संत माइकल स्कूल से की 10वीं पास
भावना नंदा ने रांची के संत माइकल स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद DPS रांची से 12वीं की पढ़ाई पूरी की थी।
उसी दौरान उन्होंने न्यायिक सेवा में जाने का फैसला कर लिया था।
उन्होंने बीए LLB की पढ़ाई रांची स्थित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ से (University of Study and Research in Law) 2014-19 बैच में पूरी की थी।
पांच साल के इस कोर्स में उन्होंने 10 में से 8.04 CGPA हासिल किया था। इसके बाद भावना नंदा ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली से LLM की पढ़ाई पूरी की थी।
झारखंड सरकार ऑडिट ऑफिसर रह चुके हैं पिता
उनके पिता झारखंड सरकार में ऑडिट ऑफिसर के (Audit Officer in Jharkhand Government) पद से रिटायर हुए हैं।
उनके एक बड़े भाई हैं जो मुंबई में एक निजी बैंक में ट्रेड मैनेजर के पद पर हैं। भावना नंदा को इस उपलब्धि के लिए लॉ यूनिवर्सिटी, रांची के वाइस चांसलर प्रो केसवा राव वुराकुला ने शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने कहा कि भावना की यह उपलब्धि यूनिवर्सिटी के छात्रों को प्रेरित करेगी।
उन्होंने भावना के कुशल भविष्य की कामना की है। भावना ने यह भी बताया कि उन्होंने इस क्षेत्र में कदम रखने के बाद लगातार इसी पर ध्यान दिया। उन्होंने फोकस केवल इस परीक्षा को अच्छे अंकों से पास करना था।
जो उन्होंने करके भी दिखा है। उन्होंने सभी को कड़ी मेहनत करने की सलाह दी।