रांची: H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस (H3N2 Influenza Virus) की चपेट में लोग तेजी से आ रहे हैं। इस बीमारी के लक्षण कोरोना से मिलते जुलते हैं। कई राज्यों में H3N2 इंफ्लूएंजा का खतरा देखा जा रहा है। झारखंड में भी इस बीमारी का खतरा देखा जा रहा है।
इस संबंध में रांची रिम्स के डॉक्टर डॉ संजय (Dr. Sanjay) ने बताया कि इस बीमारी के लक्षण को अगर नजर अंदाज किया गया तो खतरा बढ़ सकता है।
अगर लंबे समय से खांसी है, सांस फूल रही है औऱ थकान की शिकायत है तो जांच करानी चाहिए। खांसी ठीक हो जायेगी सोचकर साधारण दवा (Simple edicine) नहीं लेनी चाहिए खतरा बढ़ सकता है।
मास्क पहनकर रहना बेहद जरूरी
इस बीमारी का अगर समय रहते इलाज नहीं हो पाया तो यह बीमारी इतनी खतरनाक है कि जान भी जा सकती है। यह बीमारी इतनी खतरनाक है कि कई बार लोग ICU में भी भर्ती हो जाते हैं। अगर बाहर से आये किसी व्यक्ति में इसके लक्षण दिखते हैं तो और सतर्क रहने की जरूरत है।
अगर परिवार में किसी व्यक्ति में इस बीमारी के लक्षण हैं तो उसका मास्क पहनकर रहना बेहद जरूरी है। यह बीमारी फैलती है।
घर के दूसरे सदस्यों को भी N95 मास्क (N95 Mask) का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि यह वायरल बीमारी है, सांसों के जरिए भी एक दूसरे में जा सकता है। वहीं इस बार इसकी प्रसार क्षमता अधिक देखी जा रही है।
इसकी शुरुआत गले में दर्द, बुखार और खांसी (Sore Throat, Fever And Cough) होती है। धीरे-धीरे पूरा शरीर कमजोर होने लगता है। शरीर में दर्द रहता है। अगर परिवार के किसी भी सदस्य में यह लक्षण हैं तो तुरंत आपको जांच कराना चाहिए।
लगातार गर्म पानी का सेवन करना बेहद जरूरी
तुरंत इसकी जांच कराएं RTPCR टेस्ट से संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। घर में किसी को लक्षण होने पर चिकित्सक के संपर्क में रहना जरूरी है। N-95 का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है।
लगातार गर्म पानी का सेवन करना बेहद जरूरी है। लक्षण मिलने पर Antibiotics का सेवन बिल्कुल ना करें, इसमें एंटीवायरल दवाएं (Antiviral Drugs) चलती हैं। ओसेल्टामाविस दवा (Oseltamivir Drug) इस बीमारी से लड़ने में कारगर है।