इंफाल : हिंसा प्रभावित मणिपुर (Manipur) के दो दिवसीय दौरे पर आए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को कहा कि हिंसा के कारण अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों की दुर्दशा को देखना और सुनना दिल दहला देने वाला है।
उन्होंने कहा कि वहां ”मदद की गुहार लगाई जा रही है” और पूर्वोत्तर राज्य को जीवन और आजीविका (Life and Livelihood) सुरक्षित करने के लिए शांति की जरूरत है।
हर भाई, बहन के चेहरे पर मदद की पुकार
राहुल गांधी ने एक Instagram Post में कहा, ”मणिपुर में हिंसा के कारण जिन लोगों ने अपने प्रियजनों और घरों को खो दिया है, उनकी दुर्दशा को देखना और सुनना दिल दहला देने वाला है।
हर भाई, बहन के चेहरे पर मदद की पुकार है।” “मणिपुर को अब सबसे महत्वपूर्ण चीज़ शांति की ज़रूरत है – हमारे लोगों के जीवन और आजीविका को सुरक्षित करने के लिए। हमारे सभी प्रयासों को उस लक्ष्य के लिए एकजुट होना चाहिए।”
मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़क उठी
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) गुरुवार सुबह मणिपुर पहुंचे थे और चुराचांदपुर और पश्चिम इंफाल में राहत शिविरों में प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी। गुरुवार को उनके काफिले को बिष्णुपुर इलाके में रोक दिया गया, इसके बाद उन्हें इंफाल लौटना पड़ा।
इसके बाद वह चुराचांदपुर राहत शिविर तक पहुंचने के लिए Helicopter से गए। गाैरतलब है कि मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़क उठी थी और तब से अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं, जो राहत शिविरों में हैं।