नयी दिल्ली: रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग ने पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में तहलका मचा दिया है, जिससे निवेशकों का रूझान तेजी से सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ गया है।
अस्थिर और तनावपूर्ण माहौल में निवेशक जोखिम भरे निवेश की जगह पीली धातु में निवेश को तरजीह देने लगते हैँ, जिससे दोनों कीमती धातुओं के दाम बढ़ने लगते हैं। कुछ ऐसा ही हाल इस बार हुआ, जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो पूरी दुनिया में अफरातफरी मच गयी।
जंग के कारण आपूर्ति संकट का दबाव, महंगाई की मार और अनिश्चित माहौल शेयर बाजार के लिये बहुत भारी गुजर रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुझान इस कदर कम हो गया गया है कि वे लगातार बिकवाल बने हुये हैं और सुरक्षित निवेश में पैसे लगा रहे हैं।
मौजूदा समय में विदेशी बाजारों में सोना 1,990 डॉलर प्रति औंस पर बिक रहा है और चांदी की कीमतें 24.70 डॉलर से 27.50 डॉलर प्रति औंस के बीच हैं।
घरेलू बाजार में सोना गत सप्ताह 55,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गया था और अभी फिलहाल इसके दाम 53,000 रुपये प्रति दस ग्राम हैं। चांदी के भी घरेलू बाजार में 65 हजार से 74 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के बीच रहने का अनुमान है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक तपन पटेल ने कहा कि भू राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुये निवेशक सुरक्षित निवेश में जमकर पैसा लगा रहे हैं। हालांकि, रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत की हल्की संभावना ने दोनों कीमती धातुओं को रिकॉर्ड स्तर से नीचे गिरा दिया है।
उन्होंने कहा कि लेकिन कच्चे तेल की ऊंची कीमत के कारण महंगाई दर बढ़ने की आशंका और रूस पर लगाये गये प्रतिबंध पीली धातु की चमक बनाये रखेंगे।
कॉमेक्स पर सोना हाजिर के 1,970 डॉलर से 2,075 डॉलर प्रति औंस के बीच रहने की संभावना है। इसके अलावा एमसीएक्स सोने की कीमत 51,500 से 55,300 रुपये प्रति दस ग्राम रह सकती है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के शोध उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि जल्द ही पीली धातु की कीमतों के 55 हजार से 57 हजार प्रति दस ग्राम के बीच रहने की संभावना है। चांदी के दाम अगले छह माह में 78 हजार से 80 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच सकते हैं।