नई दिल्ली: जब सब्जियों की बात आती है, तो इस लिस्ट में आलू का नाम सबसे ऊपर आता है। यह स्वादिष्ट, बनाने में आसान और हेल्दी भी है। वहीं शकरकंद भी आलू की एक मशहूर किस्म है।
यह स्टार्चयुक्त और मुलायम जड़ वाली सब्जी है और इन्हें अनेक तरह के मीठे और नमकीन पकवान बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
ये दोनों ही सब्जियां एक-दूसरे से अलग हैं। हम नीचे दिए गए 5 तरीकों से ये अंतर जान सकते हैं।
शकरकंद पौधों के कॉन्वाल्वुलेसी फैमिली से आते हैं, जबकि अक्सर हर घर में रोजाना इस्तेमाल में आने वाला आलू सोलैनेसी पौधा फैमिली का होता है।
शकरकंद की स्किन हल्की लाली लिए हुए भूरी और अंदर से इसका गूदा हल्का ऑरेंज कलर का होता है।
वहीं आलू की स्किन बाहर से भूरी और अंदर से उसका गूदा सफेद होता है।
आलू और शकरकंद दोनों में कार्ब, वसा, प्रोटीन और कैलोरी की मात्रा समान होती है।
शकरकंद एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जबकि आलू में ऐसे यौगिक होते हैं जो कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं।
आलू की तुलना में शकरकंद में कुछ विटामिन और खनिज अधिक मात्रा में होते हैं।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स उन तरीकों को बताता है जिसमें खाना रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित करता है।
जिन लोगों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) 70 से अधिक होता है, उन्हें ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाने के लिए कहा जाता है।
आलू का जीआई 89 है, जबकि शकरकंद का जीआई 44-94 है। शकरकंद और आलू दोनों में ही फायदेमंद प्लांट कंपाउड्स होते हैं और दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. लेकिन शकरकंद के ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने और माइक्रोन्यूट्रीएंट से भरपूर होने की वजह से इसे अधिक सेहतमंद माना जाता है।
बता दें कि आलू और शकरकंद दोनों दिखते एक जैसे हैं, लेकिन ये न केवल स्वाद में अलग होते हैं, बल्कि इन दोनों के सेहत को मिलने वाले फायदों में भी अंतर है।
रोजाना इनसे अलग-अलग तरह की डिश तैयार करना आसान है।
मसलन ये सब सब्जियों में चल जाते हैं। विशेषकर आलू, लेकिन फिर भी दोनों का मिजाज अलग-अलग है।