सरायकेला: सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड स्थित अर्का जैन विश्वविद्यालय (Arka Jain University) के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए झारखंड के राज्यपाल Ramesh Bais ने कहा कि राज्य के बच्चे पढ़ने के लिए बाहर न जाए, यही उनका मुख्य उद्देश्य है।
राज्य सरकार भी इस पर काम कर रही है और इसके नतीजे भी सामने आने लगे हैं। इसी के परिणामस्वरूप, कई निजी विश्वविद्यालय (Private university) खुले हैं तथा सरकारी विश्वविद्यालय भी अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने लगे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि पहले जितने छात्र सामान्य कोर्स (Normal Course) के लिए दूसरे प्रदेशों में जाते थे अब वह कम हुआ है। आने वाले दिनों में इसके और सुखद परिणाम दिखेंगे।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में मातृभूमि के प्रति प्रेम व जनजागरण (Love And Awakening) की भावना होनी चाहिए। राज्य को विकसित राज्यों की सूची में लाने के बारे में युवा अवश्य सोचें।
PHD धारकों और 31 छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किया
वे यह सोचें कि समाज का उत्थान कैसे हो सके। समाज का उत्थान होने से ही राज्य का उत्थान होगा। वे उद्यमिता के विकास को बढ़ावा दें। अधिक ज्ञान प्राप्त करने के साथ ही नवीनतम तकनीकी के साथ खुद को लैस करने का प्रयास करते रहें।
राज्यपाल ने अपने भाषण में निजी विश्वविद्यालयों के बारे में कहा कि उन्हें खुद को साबित करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि अर्का जैन विश्वविद्यालय इस दिशा में कदम बढ़ा चुका है।
इस विश्वविद्यालय में 35 प्रतिशत छात्राएं अध्ययनरत (Girl students studying) हैं। ग्रामीण क्षेत्र के इस परिवेश में इस तरह का विश्वविद्यालय होना अपने आप में बड़ी बात है। इस मौके पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के चार PHD धारकों और 31 छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किया।