मुंबई: एक रिपोर्ट आई है कि देश की अर्थव्यवस्था (Country’s Economy) से बड़ी संख्या में 500 के नोट गायब (Note Missing) हो चुके हैं। यह दावा एक RTI Activist की फाइलिंग के बाद किया गया।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद जबरदस्त बवाल मचा। जिसके बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को सफाई देनी पड़ी। रिजर्व बैंक ने 500 के नोट बड़ी संख्या में गायब होने वाली इस रिपोर्ट को सिरे से नकार दिया और कहा कि यह रिपोर्ट सही नहीं है।
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने कहा कि 500 के नोट गायब होने की रिपोर्ट सही नहीं हैं। केंद्रीय बैंक (Central bank) ने स्पष्ट किया कि प्रिंटिंग प्रेसों से RBI को आपूर्ति किए गए सभी बैंक नोटों का विधिवत हिसाब रखा जाता है।
RBI की ओर से जारी बयान में कहा गया…
RBI की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सूचना के अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत प्रिंटिंग प्रेस (Printing Presses) से प्राप्त जानकारी की गलत व्याख्या से रिपोर्टें निकली है।
RBI ने आगे इस बात पर जोर दिया कि प्रेस में छपे बैंक नोटों (Bank Notes) के मिलान और बाद में RBI को उनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मजबूत प्रणालियां मौजूद हैं।
RBI को केवल 7,260 मिलियन नोट ही प्राप्त हुए
इन प्रणालियों में बैंकनोटों के उत्पादन, भंडारण और वितरण की निगरानी के लिए सख्त प्रोटोकॉल (Protocol) शामिल हैं।
गौरतलब है कि मनोरंजन रॉय (Manoranjan Roy) नाम के एक कार्यकर्ता ने RTI जवाब का हवाला देते हुए दावा किया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था से 88,032.5 करोड़ मूल्य के 500 के नोट गायब हो चुके हैं।
RTI के आंकड़ों में दावा किया गया है कि तीन टकसालों ने कुल 8,810.65 मिलियन नए Design वाले 500 रुपए के नोट जारी किए थे। हालांकि RBI को केवल 7,260 मिलियन नोट (Note) ही प्राप्त हुए।