नई दिल्ली/रांची: CBSE ने परीक्षा (Exam) को लेकर खास तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत दसवीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं (Board Exams) में बोर्ड कई तरह के बदलाव करने जा रहा है।
हालांकि इसकी सूचना बोर्ड ने पहले ही सभी CBSE विद्यालयों (CBSE Schools) को जारी कर दी थी। लेकिन अब नए पैटर्न (Pattern) पर फाइनल रिविजन (Final Revision) करने के लिए कहा है।
इस संबंध में दो दिन पहले लोकसभा (Lok Sabha) में केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी जानकारी साझा की है।
नई शिक्षा नीति के अनुरूप होगी परीक्षा प्रणाली
अन्नपूर्णा ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (New National Education Policy 2020) के उद्देश्य के अनुरूप परीक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि परीक्षा के प्रश्न अब विद्यार्थियों की सोच और तर्क क्षमता को बढ़ाने के लिहाज से तैयार किए जा रहे हैं। इसके तहत 10वीं में 40 प्रतिशत प्रश्न योग्यता आधारित (Competency Based) होंगे।
20 प्रतिशत प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे, जबकि 40 प्रतिशत प्रश्न सब्जेक्टिव होंगे। इसी तरह 12वीं में 30 प्रतिशत प्रश्न योग्यता आधारित, 20 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ और बाकी 50 प्रतिशत प्रश्न सब्जेक्टिव (Subjective) होंगे।
ये सवाल कई तरह के होंगे, जैसे वस्तुनिष्ठ, तर्कशक्ति का इम्तिहान लेने वाले, केस आधारित, रचनात्मक आदि होंगे।
आंतरिक परीक्षा पहले की तरह होंगी
बोर्ड ने कहा है कि 10वीं और 12 वीं की आंतरिक परीक्षाओं के पैटर्न (Pattern) में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा।
जिस प्रकार पहले स्कूलों में आंतरिक परीक्षाएं होती रही हैं, वे आगे भी उसी प्रकार से होंगी। हालांकि, नौवीं और 11वीं की परीक्षाओं के लिए भी प्रश्नपत्र का बदला हुआ पैटर्न लागू होगा।
वहीं, शिक्षकों ने बताया कि पहले भी योग्यता आधारित प्रश्न पूछे जाते थे, लेकिन अब इनकी संख्या अधिक कर दी गई है। बोर्ड (Board) का प्रयास है कि इससे विद्यार्थियों की सोच और तर्क क्षमता को विकसित किया जाए।