नई दिल्ली: भाजपा के दिग्गज नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को भाजपा के ही युवा मोर्चा के एक नेता ने कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी है। आइए आपको बताते हैं कि यह पूरा माजरा क्या है ?
सुब्रमण्यम स्वामी, राज्यसभा के सांसद हैं और भाजपा के दिग्गज नेता भी। वहीं तेजिंदर पाल सिंह बग्गा भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव हैं।
दोनों ही नेता भाजपा से जुड़े हैं लेकिन आजकल दोनों ही नेता एक दूसरे पर तीखा हमला बोलते नजर आ रहे हैं।
भाजपा के दोनों नेताओं सुब्रमण्यम स्वामी और तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है और दोनों ही नेता ट्विटर के जरिए एक दूसरे पर तीखा हमला बोल रहे हैं।
दोनों नेताओं के समर्थक भी अपने-अपने नेता का साथ देते हुए दूसरे नेता पर हर तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तेजिंदर बग्गा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, दिल्ली के पत्रकारों ने बताया कि भाजपा में शामिल होने से पहले तेजिंदर बग्गा छोटे-छोटे अपराधों के लिए नई दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने द्वारा कई बार जेल भेजे जा चुके हैं।
उन्होने इसी ट्वीट में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी सवाल पूछते हुए लिखा कि अगर यह सच है तो नड्डा को यह पता होना चाहिए।
स्वामी के सीधे हमले से बौखलाए भाजयुमो के राष्ट्रीय मंत्री बग्गा ने भी उसी ट्वीट पर जवाब देते हुए स्वामी पर निशाना साधा।
बग्गा ने लिखा, सुना है कि आप जेम्स बॉंड के चाचा है।
ट्वीट करने की बजाय, मंदिर मार्ग एसएचओ को कॉल कीजिए और डिटेल लेकर मुझे एक्सपोज कीजिए। आपको 48 घंटे देता हूं उसके बाद मेरी बारी। आपका समय अब से शुरू होता है।
आईएएनएस से बातचीत करते हुए तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने अटल जी की सरकार गिराई थी और अब वो प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लिखते रहते हैं।
बग्गा ने कहा कि मैं पुरानी खबरों और उनके बयान को निकाल कर उन्हे एक्सपोज करता रहता हूं, इसलिए उन्होने मुझ पर सीधा हमला बोला है लेकिन मैं 48 घंटे बाद इस मामले में कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हे लीगल नोटिस भेजूंगा।
आईएएनएस से बातचीत करते हुए बग्गा ने कहा कि मंदिर मार्ग थाने में मेरे खिलाफ कभी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ था।
2014 से पहले मेरे खिलाफ 5 मुकदमें थे और आज की तारीख में इसमें से 3 मुकदमें बचे हैं और सभी राजनीतिक है।
इससे पहले स्वामी ने एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए ट्वीट किया था कि उन्होने विपक्षी नेताओं की बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
उन्होंने सवाल पूछा कि क्या यह फ्रॉड भाजयुमो के एक नेता द्वारा किया गया था ? और क्या अब मोर्चा के अध्यक्ष अपने इस नेता के खिलाफ कार्रवाई करेंगे ?