जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व भूमि सुधार व राजस्व मंत्री दुलाल भुइयां को अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकालना और प्रदर्शन करना महंगा पड़ गया है।
प्रशासन ने दुलाल भुइयां समेत उनके समर्थकों के खिलाफ कोविड नियमों का उल्लंघन करने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इस संबंध में बताया गया कि शुक्रवार को सभा करने की अनुमति जिला प्रशासन से ली गई थी, लेकिन साकची आमबागान मैदान से धालभूम एसडीओ कार्यालय तक जुलूस निकाला और एसडीओ ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन भी किया।
बता दें कि लॉकडाउन अवधि शुरू होने के बाद कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन करने को लेकर दुलाल पर पहले से ही तीन मामले दर्ज हैं।
क्या है मामला
दुलाल भुइयां ने साकची टीन शेड स्थित जंगली मार्केट के दुकानदारों की मांग पर झारखंड किसान दैनिक हरियाली सब्जी विक्रेता संघ के बैनर तले शुक्रवार को जुलूस निकाला था।
एसडीओ ऑफिस में प्रदर्शन के दौरान दीवारों पर बैनर लगा दिए गए। लाउडस्पीकर से नारेबाजी की गई। उस समय एसडीओ पोटका अंचल कार्यालय भवन का निरीक्षण करने गए थेे।
दुलाल भुइयां ने प्रदर्शन के दौरान कहा- साकची शीतला मंदिर के समीप कई साल पूर्व किसानों के लिए स्थान उपलब्ध कराया गया था।
लेकिन उस स्थान पर टीन शेड के वैसे थोक विक्रेता द्वारा कब्जा कर लिया गया है, जिनके नाम पर पांच-पांच दुकानें आवंटित हैं।
इधर, बाजार में किसानों से प्रति टोकरी 100 रुपए वसूले जा रहे हैं।
कौन हैं दुलाल भुईयां
झामुमो प्रत्याशी के तौर पर 1995 में जुगसलाई विधायक बनने वाले दुलाल भुइयां झारखंड बनने के बाद कैबिनेट मंत्री रहे हैं।
1995 से 2010 तक दुलाल लगातार तीन बार विधायक बने। चुनाव हारने के बाद भाजपा व कांग्रेस होते हुए फिर झामुमो में आए हैं।
आय से अधिक प्रॉपर्टी के मामले में सजायाफ्ता दुलाल फिलहाल जमानत पर हैं। वे झारखंड मजदूर यूनियन नामक एक संगठन के भी प्रमुख हैं।