Rare Blood Sucking FISH : समुद्र की अनंत गहराईयों (Infinite Depths) में कई ऐसे राज छिपे हैं। जो किसी प्राकतिक आपदा (Natural Disaster) जैसे तूफान या सुनामी में दुनिया के सामने आ जाते हैं।
बीते दिनों नीदरलैंड (Netherlands) में एक ऐसी दुर्लभ मछली (Rare Fish) अचानक देखने को मिली तो इसकी फोटो खींचने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस मछली को दुनिया की सबसे खतनाक मछली कहा जाता है क्योंकि ये खून (Blood) चूस लेती है।
यहां इसका जिक्र इसलिए क्योंकि इससे पहले ये 6 साल पहले दिखी थी, और तब से ऐसी लापता हुई कि उसे अब देखा गया। यह मांसाहारी परजीवी (Carnivorous Parasite) तेज दांतों के छल्लों से अपने शिकार की जिंदगी को खत्म कर देती है।
लैम्प्रे द वैम्पायर फिश
UK की न्यूज़ वेबसाइट ‘Metro’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस रेयर और खून की प्यासी इस मछली (Fish) के बारे में दुनिया को तब पता चला जब एक समुद्री जीवविज्ञानी, Netherlands में एक समुद्र तट के किनारे टहल रहे थे।
एक खूबसूरत डच आइलैंड (Dutch Island) पर चलहकदमी कर रहे साइंटिस्ट की नजर जब बीच पर आराम फरमा रही रेयर ऑफ द रेयरेस्ट यानी दुर्लभतम सी Lamprey Fish पर पड़ी, तो पहले पहल उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि ये दुनिया की सबसे खतरनाक और दुर्लभ वैंपायर फिश (Rare Vampire Fish) है।
इस जीव विज्ञानी ने बताया कि ये बिना जबड़े वाली मछली हैं, जिसके दांत बेहद खतरनाक है। ये दिखने में ईल जैसी होती हैं। लेकिन इनके मुंह के अंदर डिस्क जैसी आकृति भरी रहती है।
कहलाती है मायावी मछली
अपने शिकार का खून (Blood) चूसने और पीने के लिए जानी जाने वाली सीम लैम्प्रे को मायावी माना जाता है क्योंकि इसे आखिरी बार 2017 में द्वीप (Island) पर देखा गया था। तब इसे एक अन्य जीव के मुंह में देखा गया था। लेकिन इसके बाद ये कभी नजर नहीं आई।
खून चूसने वाली इस परजीवी (Parasite) को दूसरे जानवर के मुंह में ही देखा जाता था। विशेषज्ञों (Experts) के मुताबिक तीन फुट लंबी यह मछली अविश्वसनीय रूप से पुरानी है।
ये कशेरुकियों के सबसे पुराने समूह, अग्नाथा (Agnatha) से संबंधित हैं, जो 400 मिलियन साल पहले अस्तित्व में थे, जब जबड़े वाली मछलियां इससे भी बड़े आकार में होती थीं। इस मछली को बाद में एक नेचर म्यूजियम (Nature Museum) को सौंप दिया गया।