जयपुर : कथित जल जीवन मिशन घोटाले (Jal Jeevan Mission Scam) में प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर दो दिनों से यहां धरने पर बैठे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (Rajya Sabha MP Kirodi Lal Meena) को गुरुवार को धरना स्थल से हिरासत में ले लिया गया।
उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस उन्हें चाकसू थाने ले गई, जहां बाहर किरोड़ी समर्थकों ने जमकर हंगामा किया।
उनके समर्थकों ने गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
अधिकारियों ने उन्हें जबरन ले लिया हिरासत में
इससे पहले सुबह जैसे ही मीणा धरना स्थल से कुछ देर के लिए हटे तो पुलिस ने धरना स्थल से टेंट, वाहन हटा दिए और बैरिकेडिंग (Barricading) कर दी। वहीं, अशोक नगर थाने के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
जैसे ही मीणा प्रदर्शन स्थल पर लौटे, पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद वह सड़क पर बैठ गए।
पुलिस ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह FIR दर्ज कराने की जिद पर अड़े रहे।
तभी पुलिस अधिकारियों ने उन्हें जबरन हिरासत में ले लिया।
चिढ़ रही है कांग्रेस सरकार
पुलिस द्वारा ले जाने के दौरान मीणा ने कहा, एक सांसद FIR दर्ज कराने के लिए 48 घंटे से थाने के बाहर बैठे हैं।
FIR दर्ज करने के बजाय मुझे गिरफ्तार किया जा रहा है। गहलोत सरकार के निर्देश पर राजस्थान पुलिस द्वारा मेरे खिलाफ यह बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की गई है।
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट के जरिए बयान जारी किया। उन्होंने कहा, राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को जबरन पुलिस हिरासत में लेना निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।
हम सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार की सच्चाई जनता को बता रहे हैं तो कांग्रेस सरकार इतनी चिढ़ रही है। पुलिस की मदद से आवाज दबाने का कुकृत्य कर रहे हैं।