पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष खासकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर हमला बोलते हुए कहा कि एनडीए में टूट के दावे के साथ नीतीश कुमार को ऑफर देने वालों को जोर का झटका लगा है।
गुरुवार ट्वीट कर उन्होंने कहा कि 17वीं विधानसभा के गठन और स्पीकर के चुनाव के समय से ही जोड़तोड़ में लगे लालू प्रसाद के इशारे पर जो लोग एनडीए के कुछ विधायकों के राजद के सम्पर्क होने के फर्जी दावे कर रहे थे और मुख्यमंत्री तक को नये-नये ऑफर दे रहे थे, उन्हें चार सप्ताह तक बिहार की कानून-व्यवस्था से कोई शिकायत नहीं थी।
जदयू की ओर से खरा जवाब मिलने के बाद लालू प्रसाद को बिहार की कानून-व्यवस्था में फिर कमी नजर आने लगी।
दरअसल, राजद के पास जनादेश का सम्मान कर पांच साल विपक्ष में रह कर जिम्मेदार दल के नाते जनता की सेवा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वे सच स्वीकार नहीं कर पाते।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार ने वर्ष 2012 में जल-जीवन-हरियाली मिशन की शुरुआत की, जिससे विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन कायम करने में सफलता मिली।
अब तक राज्य में 19 करोड़ पौधे लगाये गए और हरित पट्टी 9 फीसद की वृद्धि के साथ 17 प्रतिशत हो गई।
24 हजार करोड़ से अधिक की जिस योजना से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन के साथ हरियाली बढ़ी, उसकी सराहना संयुक्त राष्ट्र ने भी की।
इस योजना से लाकडाउन के समय लौटे मजदूरों को गांव के पास काम पाने का अवसर मिला, लेकिन विपक्ष इसकी भी आलोचना करता रहा।