रांची: New year के पहले दिन राष्ट्रीय खादी और सरस महोत्सव (National Khadi and Saras Festival) में रविवार को 50 हजार लोगों ने शिरकत की। लोगों ने अपने नए साल के जश्न को महोत्सव के नाम किया।
सुबह से ही लोगों का आना जारी रहा। देखते ही देखते परिसर में लोगों की भीड़ जमने लगी। कोई अपने परिवार के संग झूलों (Swings) का मजा ले रहा, तो कोई अपने घरों को सजाने के लिए सजावटी सामानों की खरीदारी करता दिखा।
कई लोग तो परिसर में घूमते घूमते थक्कर धूप का आनंद लेते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों (Cultural Programs) का लुफ्त उठाते भी देखे गए।
मेला परिसर में ई-रिक्शा की नि:शुल्क व्यवस्था की गई
खादी बोर्ड के CEO राखाल चन्द्र बेसरा ने कहा कि दिव्यांग लोगों के लिए E-Rickshawसे मेला घुमने की व्यवस्था है, यह एक अच्छी पहल की है।
मेला परिसर में ई-रिक्शा की नि:शुल्क व्यवस्था की गई, जो महोत्सव के आखरी दिन तक दिव्यांग जनों और बुजुर्गों लिए होगा।
महोत्सव में जब लक्ष्मी मुंडा और उनकी टीम की ओर से नागपुरी नृत्य पेश किया गया। साथ ही सुजाता कमल और मुस्कान वर्मा (Sujata Kamal and Muskan Verma) ने अपने गीतों से झुमाया।