गुमला: जेल में बंद प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई कमांडरों के इशारे पर रंगदारी व लेवी लेने के आरोप में बसिया पुलिस ने तीन लोगों राजेन्द्र महतो और उसके दो सहयोगियों दिवाकर दास एवं अमन कुमार कश्यप को गिरफ्तार कर मंगलवार को गुमला जेल भेज दिया।
बसिया थाना परिसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दीपक कुमार ने पुलिस की इस उपलब्धि की जानकारी देते हुए गिरफ्तार आरोपियों को मीडिया के सामने प्रस्तुत किया।
इनके पास से एक देसी कट्ठा व जिंदा गोली व नगदी बरामद की गयी है।
एसडीपीओ ने बताया कि 14 फरवरी को एक व्यक्ति ने बसिया थाना में आकाश टाईगर के नाम से पीएलएफआई द्वारा दो लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए उपयोग में लाए गए मोबाइल नंबर के साथ सन्हा दर्ज कराया था।
जिसपर बसिया पुलिस ने रणनीति के तहत लेवी के पैसें नेट बैंकिंग के तहत ट्रांसफर करा दिया। इसके बाद उक्त मोबाइल नंबर को ट्रेस कर अनुसंधान शुरू किया।
जिसमें उपयोग कर्ता कोलेबिरा थाना क्षेत्र के कोम्बेकेरा देवाटोली निवासी राजेन्द्र महतो का नाम आया ।
इसके बारे में जानकारी ली गई तो पता चला कि यह पूर्व में पीएलएफआई के परमेश्वर गोप एवं बारूद गोप के लिए रंगदारी मांगने के आरोप में जेल जा चुका है।
इसके बाद सोमवार देर शाम बसिया की पुलिस टीम द्वारा राजेन्द्र महतो के घर छापेमारी कर राजेन्द्र महतो एवं उसके दो सहयोगी दिवाकर दास एवं अमन कुमार कश्यप को गिरफ्तार कर लिया गया।
वहीं तलाशी लेने पर उसके कमर में रखा एक देशी कट्टा,एक जिंदा गोली,उपयोग में आए दो मोबाइल एवं पंद्रह हजार रुपए नगद बरामद किया गया।
पूछताछ में गिरफ्तार राजेन्द्र महतो ने बताया कि होटवार जेल में बंद पीएलएफआई के कमांडर बारूद गोप एवं परमेश्वर गोप के निर्देश पर लेवी मांगने का काम किया जाता था।
बसिया पुलिस द्वारा तीनों अभियुक्तों को गुमला जेल भेज दिया गया।