न्यूज़ अरोमा रांची: खेलगांव थाना क्षेत्र के लालगंज में जमीन विवाद को लेकर हुई फायरिंग और हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित मैनेजर तिवारी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपितों में मैनेजर तिवारी, उसका पुत्र अभिषेक कुमार तिवारी और पत्नी सुमन देवी शामिल है।
सिटी एसपी सौरभ ने मंगलवार को बताया कि इनलोगों के पास से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल लाइसेंसी पिस्टल, रायफल, आठ जिंदा गोली, चार खोखा सहित खून लगा वस्त्र बरामद किया है।
गिरफ्तार आरोपितों ने घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है। गिरफ्तार आरोपी रिटायर्ड आर्मी का जवान मैनेजर तिवारी है।
पुलिस ने टाटीसिलवे इलाके से आरोपी को गुप्त सूचना पर पकड़ा है।
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क्या है पूरा मामला
सोमवार की सुबह रिटायर्ड आर्मी के जवान मैनेजर तिवारी ने थानेदार को कॉल किया और कहा कि जमीन पर काम चल रहा। बंद करवाएं वरना ठीक नहीं होगा। इसके बाद थानेदार ने पीसीआर वैन की पुलिस को घटनास्थल पर भेजा।
लेकिन इससे पहले रिटायर्ड आर्मी जवान मैनेजर तिवारी ने फायरिंग करते हुए एक की हत्या कर दी थी।
जबकि दूसरे को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। इससे पूर्व बताया गया कि लालगंज में एक जमीन पर की गई चहारदिवारी का गेट तोड़ने के विवाद में इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया था।
गोलीबारी में सूरज कुमार महतो की मौत हो गयी थी। वह लालगंज में किराया का मकान लेकर रह रहा था।
वह विवादित जमीन के पक्षकार अधिवक्ता अशोक कुमार शुक्ला के लिए केयर टेकर व मजदूर के रूप में काम करता था।
जबकि गोलाबारी में घायल का नाम अमरेंद्र कुमार मिश्रा है, जो कि अशोक कुमार शुक्ला के पत्नी के भाई हैं।
उनकी गोली निकाल ली गई है। मेडिका के डॉक्टरों के मुताबिक वह खतरे से बाहर हैं। पीसीआर वैन की पुलिस जब मौके पर पहुंची तो गोलियों के खोखे बिखरे पड़े थे।
सूरज मृत पड़ा था, घायल भी जमीन गिरा हुआ था। आनन-फानन में सभी को मेडिका अस्पताल भेजा गया। जहां सूरज को मृत घोषित कर दिया गया था। जबकि अमरेंद्र को इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
मैनेजर तिवारी मौके से फरार हो गया था। मामले में अमरेंद्र कुमार मिश्रा की पत्नी प्रतीभा देवी के बयान पर मैनेजर तिवारी, उसका पुत्र अभिषेक कुमार तिवारी और पत्नी सुमन देवी, भाई मुख़्तार तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी।