खूंटी: कर्रा थाना क्षेत्र के बिचागडा गांव निवासी रंथु महतो(Resident Ranthu Mahato) के तीन बड़े बैलों की मौत मंगलवार की देर रात हुए वज्रपात की चपेट में आने से हो गयी। बुधवार को कर्रा के प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी ने तीनों बैलो का पोस्टमार्टम किया।
बताया गया कि हर रात की तरह मंगलवार की रात को भी वह बांस की झांड़ी के पास बांध कर रखता था। देर रात आंधी’तूफान के साथ वज्रपात होने से तीन बैलों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी।
रंथु महतो ने बताया कि आठ दिन पहले ही मौटरसाइकिल की ठोकर से एसके एक बैल की मौत हो गयी थी। आठ दिनों के अंदर चार बैलों की मौत से रंथु आर्थिक रूप से टूट गया है।
आठ दिनों के अंदर चार बैलों की मौत
वह रोते हुए कहता है वह बहुत ही गरीब किसान है। बैल से अपना अपने और दूसरों के खेतों की जुताई कर वह परिवार चलाता था। अब उसके सामने परिवार चलाने की समस्या खड़ी हो गयी है।
बैलों की मृत्यु से पूरे परिवार का बुरा हाल था। पीड़ित किसान ने प्रशासन से अविलंब मुआवजा देने का आग्रह किया है। मंगलवार की रात हुए वज्रपात(Thunderclap) से रूपन देव नामक किसान की गोशाला(गुहाल) में बंधी बड़ी नस्ल की गाय बुरी तरह झुलस गयी है।