चतरा: चतरा के प्रतापपुर थाने के बरवाकोचवा और ननई गांव के समीप रविवार को मिट्टी की चाल धंसने से चार बच्चियां (Chatra Three girls died) दब गईं।
इनमें से तीन की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से जख्मी है। उसका सीएचसी प्रतापपुर (CHC Pratappur) में इलाज चल रहा है। सभी बच्चियां प्रतापपुर के विलासपुर गांव की रहने वाली हैं।
बताया जाता है कि सभी बच्चियां दीपावली (Diwali) पर घर की पुताई के लिए मिट्टी लाने गईं थी। इस दौरान यह हादसा हुआ। बच्चियों को निकालने के लिए जेसीबी मंगवाई गई। इसके बाद बारी-बारी से मिट्टी में दबी बच्चियों (Girls buried in mud) को निकाला गया।
मृतकों मे पिंकी कुमारी (14, पिता राजेंद्र भारती ), आरती कुमारी (15,पिता कारू भारती), सोनिया कुमारी (13, पिता सरयू भारती) शामिल हैं। इसके अलावा एक अन्य बच्ची उषा (15) गंभीर रूप से घायल है।
CHC के डॉक्टरों ने बताया कि उषा को काफी चोट लगी है। इलाज के बाद ठीक हो जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि सभी घायलों को प्रतापपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मौके पर चतरा के पूर्व विधायक जनार्दन पासवान समेत पुलिस-प्रशासन के तमाम वरीय अधिकारी मौजूद
जहां डॉक्टरों ने आरती कुमारी व सोनिया कुमारी की गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल, चतरा भेज दिया। लेकिन चतरा पहुंचने के पहले ही दोनों बच्चियों ने दम तोड़ दिया। वहीं, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community health center) में भर्ती पिंकी कुमारी को भी डॉक्टरों ने जांच-पड़ताल के बाद मृत घोषित कर दिया।
वहीं उषा कुमारी का इलाज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही चल रहा है। मौके पर चतरा के पूर्व विधायक जनार्दन पासवान समेत पुलिस-प्रशासन के तमाम वरीय अधिकारी मौजूद थे।
वहीं कई जन प्रतिनिधि अस्पताल पहुंच कर बचाव कार्य (Rescue operation) में सहयोग करते रहे। इसके आलावा काफी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे। लोग समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में समुचित व्यवस्था नहीं होने से नाराज थे।