गुमला: भरनो प्रखंड के मारासिल्ली गांव निवासी मांगू उरांव (45), बुधवा उरांव उर्फ गोदा (35) व करमा उरांव उर्फ चोयों की जहरीली शराब पीने से बिहार के विजयपुर प्रखंड के मंझौलिया गांव में मौत हो गई।
तीनों मंझौलिया गांव के एक ईंट भट्ठे में मजदूरी करने के लिए गए हुए थे।
इन तीनों की मौत के संबंध में भट्ठा ले जाने वाली सरदारीन सीरिया उरांव ने बताया कि बीते मंगलवार की शाम मांगू अपना डेरा में सोया हुआ था। अच्छा नहीं लग रहा है कहकर काम पर जा नहीं पाया।
थोड़ी देर बाद वह मृत पाया गया।
इधर, बुधवा और करमा शराब ने पी रखी थी और शाम से ही कांप रहे थे। सरदारीन के अनुसार बुधवार को सुबह दोनों को हॉस्पिटल ले जाया जाने लगा, लेकिन रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया।
मांगू का शव बिना पोस्टमार्टम कराए ही सरदारीन और एक मजदूर द्वारा एम्बुलेंस से मारासिल्ली पहुंचाया गया, जहां भरनो थाना प्रभारी से पोस्टमार्टम के लिए बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये हमारे इलाके का मामला नहीं है।
सरदारीन ने बताया कि बाकी दो लोगों का शव गुरुवार की सुबह पोस्टमार्टम करा कर लाया जाएगा।
भरनो के दो हजार आबादी वाले आदिवासी बहुल गांव मारासिल्ली गांव के अधिकांश ग्रामीण खेती बाड़ी पर निर्भर करते हैं या फिर दूसरे प्रदेशों में धान कटनी के बाद नवंबर महीने में ईंट भट्ठा में मजदूरी करने के लिए पलायन कर जाते हैं।
ये तीनों मजदूर भी नवंबर माह में मजदूरी करने के लिए बिहार गए हुए थे, जहां जहरीली शराब पीने से उनकी मौत हो गई।
इन तीनों की मौत को लेकर किसी के घर में बुधवार को चूल्हा नहीं जला।
पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मौत की खबर सुनकर अंचलाधिकारी प्रीति केरकेट्टा और मारासिल्ली पंचायत की मुखिया माधुरी देवी गांव जाकर मृतक के परिजनों से मिलकर उन्हें ढाढस बंधाया और पचास-पचास किलो अनाज दिलावने की बात कही।
अंचलाधिकारी ने कहा कि मृतक के परिजनों को सरकारी प्रावधान के अनुसार मदद की जाएगी।