रांची: झारखंड के पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आदिवासियों के प्रमुख धार्मिक स्थल सिरासीता नाले, डुमरी, गुमला को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लेकर राज्य के आदिवासियों को सरहुल महापर्व का तोहफा दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।
तिर्की ने बुधवार को कहा कि उन्होंने बजट सत्र के दौरान नौ मार्च को तारांकित प्रश्न में गुमला जिलान्तर्गत डुमरी प्रखंड के आदिवासी धर्मालंबियों का महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल सिरासीता नाले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का मामला उठाया गया था।
वे इस बाबत पहले भी कई बार मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन दे चुके हैं। इसके अलावा पर्यटन सचिव से भी मिलकर कई दौर की बातचीत की है।
तिर्की ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें पहले ही आश्वासन दिया था कि सिरा सीता नाले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
इससे पहले सरना कोड विधानसभा से पास करा कर मुख्यमंत्री ने सरना धर्मावलंबियों को गौरवान्वित किया था।
अब प्रमुख तीर्थ स्थल सिरा सीता नाले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय से पूरा आदिवासी समाज मुख्यमंत्री का आभारी है।