कोलकाता: बंगाल विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, उसके बाद टिकट बंटवारे को लेकर पार्टियों के अंदर विरोध की आवाज उठने लगी है।
जहां बीजेपी बाहरी नेताओं को टिकट देकर कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना कर रही है, वहीं तृणमूल कांग्रेस में भी टिकट न मिलने को लेकर पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है।
टीएमसी ने पार्टी नेताओं की नाराजगी को देखकर शुक्रवार को चार विधानसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है।
टीएमसी ने नादिया जिले की कल्याणी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (संख्या 92),उत्तर 24 परगना जिले के अशोकनगर निर्वाचन क्षेत्र (संख्या 101), अमदांगा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (नंबर 102) और दुबराजपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (नंबर 284) में अपने प्रत्याशी बदल दिए हैं।
टीएमसी की ओर से बताया गया है, कि नदिया जिले के कल्याणी विधानसभा क्षेत्र से अनिरुद्ध विश्वास को, उत्तर 24 परगना जिले के अशोक नगर से नारायण गोस्वामी और आमडांगा विधानसभा क्षेत्र से रफीकुर रहमान को उम्मीदवार बनाया गया है।
जबकि दुबराजपुर विधानसभा क्षेत्र से देवव्रत साहा को टिकट दिया गया है।
बता दें कि जबकि इसके पहले कल्याणी से रमेंद्र नाथ विश्वास, आमडांगा से मुश्ताक मुर्तजा और अशोक नगर से धीमान राय को उम्मीदवार बनाया गया था।
बता दें कि बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को 291 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। टिकटों के बंटवारे में युवाओं, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और पिछड़े समुदायों पर जोर दिया गया है।
ममता ने इस पर कहा, इस बार हमने अधिक युवाओं और महिला उम्मीदवारों पर जोर दिया है।
इसके अलावा 23-24 मौजूदा विधायकों को इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतारा गया है।
सूची में लगभग 50 महिलाओं, 42 मुस्लिमों, 79 अनुसूचित जाति (एससी) और 17 अनुसूचित जनजाति (एसटी) उम्मीदवारों के नाम हैं।
लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने का दावा करते हुए बनर्जी ने इसे ‘सबसे आसान’ चुनाव करार दिया।
पश्चिम बंगाल में इस बार 8 चरणों में वोटिंग की जाएगी।
294 सीटों वाली विधानसभा के लिए वोटिंग 27 मार्च (30 सीट), 1 अप्रैल (30 सीट), 6 अप्रैल (31 सीट), 10 अप्रैल (44 सीट), 17 अप्रैल (45 सीट), 22 अप्रैल (43 सीट), 26 अप्रैल (36 सीट), 29 अप्रैल (35 सीट) को होगी।
पश्चिम बंगाल में भी काउंटिंग 2 मई को की जाएगी।