Mahua Moitra Case : TMC MP महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) की परेशानी कैश फॉर क्वेरी मामले (Cash for Query Cases) में कम होने का नाम नहीं ले रही है।
भाजपा नेता विनोद कुमार (Vinod Kumar) सोनकर के नेतृत्व वाली लोकसभा की आचार समिति ने अपनी जांच पूरी कर ली है और मंगलवार को समिति बैठक कर मसौदा रिपोर्ट को अपनाने पर विचार कर सकती है। माना जा रहा है कि महुआ पर बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।
जांच समिति मोइत्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश कर सकता है, जिसमें मौजूदा लोकसभा की शेष सदस्यता के लिए अयोग्यता भी शामिल है।
सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी जांच पूरी कर ली है और अपने अंतिम विचार-विमर्श में की गई सिफारिशों को समिति के सदस्य अपना सकते हैं।
बता दें कि 15 सदस्यीय समिति में भाजपा के सदस्यों का बहुमत है, जो मोइत्रा के खिलाफ लगे आरोपों पर गंभीर कार्रवाई भी कर सकते हैं। अधिकारियों का मानना है कि समिति 2005 के रिश्वत के बदले प्रश्न पूछने के मामले को भी अपना सकती है, जहां कई सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था।
ऐसे संकेत भी मिले हैं कि समिति स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) को अपनी रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा के खिलाफ बड़े एक्शन की सिफारिश कर सकती है।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, BJP सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने महुआ मोइत्रा पर रिश्वत के बदले व्यापारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर अडानी समूह को निशाना बनाने वाले प्रश्न लोकसभा में पूछने का आरोप लगाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि महुआ ने लोकसभा के Mail id का अपना लॉगइन हीरानंदानी (Login Hiranandani) को दे दिया था और वो इससे विभिन्न जगहों से प्रश्न डालता था। उधर, महुआ ने यह माना है कि हीरानंदानी ने उनके लॉगिन का उपयोग किया है, लेकिन घूस लेने के लिए उन्होंने ऐसा नहीं किया है।