Mahua Moitra Bribery Case: TMC की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने बीते दिन कहा कि पैसे लेकर सवाल पूछने से संबंधित आरोपों को लेकर लोकसभा की आचार समिति (Lok Sabha Ethics Committee) के समक्ष पेशी के दौरान उन्हें अपमानजनक सवालों का सामना करना पड़ा।
महुआ मोइत्रा से “पैसे लेकर सवाल पूछने” के मामले में लोकसभा एथिक्स कमिटी की बैठक (Lok Sabha Ethics Committee meeting) जल्द होगी। सूत्रों की मानें तो एथिक्स कमिटी की बैठक अगले हफ़्ते हो सकती है। बैठक में रिपोर्ट पर मुहर लगेगी। साथ ही बताया जा रहा है कि अब किसी और गवाह को कमिटी नहीं बुलाएगी।
आचार समिति की बैठक में अभद्र व्यवहार
सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि पैसे लेकर सवाल पूछने से संबंधित आरोपों को लेकर आचार समिति के समक्ष पेशी के दौरान उनके साथ ‘अनैतिक, अशोभनीय, पूर्वाग्रहपूर्ण’ व्यवहार किया गया।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर ने मामले से संबंधित सवाल पूछने के बजाय, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक तरीके से उनसे सवाल करके पूर्वनिर्धारित पूर्वाग्रह प्रकट किया।
हालांकि, विनोद कुमार सोनकर (Vinod Kumar Sonkar) ने बाद में कहा कि समिति को मामले की व्यापक जांच करने का काम सौंपा गया था और सहयोग करने के बजाय, मोइत्रा क्रोधित हो गईं, उन्होंने “आपत्तिजनक शब्दों” का इस्तेमाल किया और उनके खिलाफ अनैतिक दावे किए।
क्या आरोप है महुआ मोइत्रा पर?
मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी (Hiranandani) के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। मोइत्रा के खिलाफ भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी। दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि मोइत्रा द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गये 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अडाणी समूह पर केंद्रित थे।
उन्होंने शिकायत में कहा है कि किसी समय मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्रई ने मोइत्रा और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच अदाणी समूह तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधने के लिए रिश्वत के लेनदेन के ऐसे साक्ष्य साझा किये हैं, जिन्हें खारिज नहीं किया जा सकता। दुबे की शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ने आचार समिति के पास भेज दिया था।
मोइत्रा को नहीं बचा सकती दुनिया की कोई ताकत
सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने कहा कि वकील जय अनंत देहाद्राई, कारोबारी दर्शन हीरानंदानी, आईटी मंत्रालय, गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के साथ ही उनके द्वारा सौंपे गए सबूतों को देखते हुए कहा जा सकता है कि ‘दुनिया की कोई ताकत’ मोइत्रा को नहीं बचा सकती।
दुबे की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कुछ घंटे पहले आचार समिति के विपक्षी सदस्य मोइत्रा के साथ बैठक से बाहर चले गए और समिति के अध्यक्ष पर तृणमूल नेता से व्यक्तिगत और अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगाया।
भाजपा सांसद ने दावा किया कि संसदीय समिति (Parliamentary ommittee) ऐसा निर्णय लेगी कि भविष्य में कोई भी सांसद इस तरह की गतिविधि में शामिल नहीं हो सके।