कोलकाता : बंगाली एक्ट्रेस और TMC पार्टी की सांसद नुसरत जहां (Nusrat Jahan) के पति यश दासगुप्ता (Yash Dasgupta) को भरोसा है कि उनकी पत्नी को कॉरपोरेट एंटिटी सेवन सेंस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (Corporate Entity Seven Senses Infrastructure Private Limited), जहां वह निदेशक थीं, के लोगों को धोखा देने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा तलब नहीं किया जाएगा। दासगुप्ता ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं। मुझे यकीन है कि ED उन्हें समन नहीं करेगा।”
ममता बनर्जी का मामले में बयान…
उनका बयान तब आया है जब Trinamool Congress नेतृत्व के एक वर्ग ने इस मामले में नुसरत जहां का समर्थन करने के स्पष्ट संकेत दिए, उन्होंने इस मामले को मीडिया ट्रायल करार दिया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बयान दिया कि इस संबंध में कोई भी सबूत सामने आने से पहले ही Nusrat Jahan को अपराधी के रूप में देखा जा रहा है।
एक्ट्रेस से नेता बनीं और तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की युवा शाखा की प्रदेश अध्यक्ष सयानी घोष ने मामले में सीधे तौर पर मीडिया-ट्रायल एंगल का जिक्र किया है।
सयानी घोष ने कहा…
सयानी घोष ने कहा, ”मैं अपने व्यक्तिगत अनुभव से कह सकती हूं कि यह मीडिया-ट्रायल (Media-Trial) का मामला है। किसी भी अदालत द्वारा इस मामले में कुछ भी कहने से पहले मीडिया में बहुत सी बातें कही जा रही हैं, जहां किसी व्यक्ति को दोषी साबित होने से पहले ही फंसा दिया जाता है।
यह बात ठीक नहीं है। इस मामले पर मेरी नुसरत से कोई बात नहीं हुई, लेकिन हर किसी को इस बात का ध्यान रखना होगा कि इस तरह के प्रचार से किसी की छवि को नुकसान तो नहीं पहुंच रहा है।”
बता दें कि सयानी घोष (Sayani Ghosh) को हाल ही में ED ने पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के स्कूल नौकरी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था।