खूंटी: दिसंबर माह शुरू होते ही पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है। खासकर क्रिसमस की छुट्टियाें के दौरान पर्यटन स्थलाें पर पिकनिक मनाने का दौर शुरू हो जाता है।
जिले में कई दर्शनीय पर्यटन स्थल हैं जहां दिसंबर एवं जनवरी माह में एक लाख से अधिक सैलानी सपरिवार पिकनिक का आनंद उठाने आते हैं।
पंचघाघ, पेरवाघाघए हिरनी फॉल, रानी फॉल के साथ-साथ लटरजंग डैम भी सैलानियों को खूब भाता है।
पेरवाघाघ जलप्रपात की खूबसूरती निहारने पर्यटकाें के आने का सिलसिला जारी है।
मंगलवार को बड़ी संख्या में सैलानियों ने पेरवाघाघ पहुंचकर पिकनिक का लुत्फ उठाया।
राउरकेला से आए एक सैलानी रामकुमार मिंज ने पेरवाघाघ की खूबसूरती का बखान करते हुए कहा कि इस तरह का जलप्रपात कहीं नहीं देखा।
तोरपा का पेरवाघाघ जलप्रपतात राज्य के खूबसूरत जलप्रपाताें में शुमार होने लगा है।
इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। घने जंगलाें से घिरा पेरवाघाघ अपनी प्राकृतिक छटाओं के कारण सैलानियाें को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता है।
प्राकृतिक सौंदर्य व नीले पानी की झील एकमात्र पेरवाघाघ में ही देखने को मिलती है।
वहीं चुरदाग के स्थानीय युवकों द्वारा लकड़ी का पुल बनाया जाता हैए जिससे पार होकर पेरवाघाघ के झरने का आनंद लिया जा सकता है।
इस बार सैलानियाें की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विधायक निधि से शौचालय, टाॅवर तथा रेस्ट रूम भी बनाया गया है।
टाॅवर से मुख्य झरने का आनंद लिया जा सकता है। इसके अलावा तपकारा से रनिया जाने के रास्ते में सेहलदाग संगम भी अपनी सुंदरता से लोगों को आकर्षित करता है।
वहीं कारो संगमए सतधारा छाता नदी व चंचलाघाट सहित छोटे-छोटे पिकनिक स्पॉट सैलानियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।