मुंबई: टोयोटा मोटर (Toyota Motor) ने पिछले महीने अप्रैल में अपने प्रतिद्वंद्वी फॉक्सवैगन से 10 लाख अधिक कार बेची हैं। बिक्री के आंकड़े के साथ ही टोयोटा मोटर लगातार तीसरी बार दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बन गई है।
फॉक्सवैगन और टोयोटा, दोनों ही चीन में कोरोना के दौरान आए संकट का सामना किया। लेकिन टोयोटा ने बेहतरीन रणनीति अपनाकर इस संकट का बहुत ही शानदार तरीके से सामना किया।
वर्ष 2022 के शुरूआती चार महीनों में ऑटोमेकर कंपनियों की बिक्री में गिरावट आई दर्ज की गई। टोयोटा की बिक्री में 5.8 फीसदी की और जर्मन कार निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन (Volkswagen) की बिक्री में 26 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
टोयोटा मोटर कॉर्प ने कहा है कि वह अप्रैल के लिए अपने वैश्विक उत्पादन लक्ष्य से चूक गई है। क्योंकि, कोविड और सेमीकंडक्टर की कमी के चलते उन्हें इस स्थिति का सामना करना पड़ा है।
अप्रैल के लिए अपने वैश्विक उत्पादन लक्ष्य से चूक
बिक्री के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी ने पिछले महीने 6,92,259 वाहनों का उत्पादन किया, जो पिछले साल के इसी महीने से 9.1 प्रतिशत कम है। दुनिया भर में लगभग 7,50,000 वाहन बनाने के टारगेट से कम है।
टोयोटा ने इन तमाम समस्याओं को देखकर जून के लिए अपनी वैश्विक उत्पादन योजना को घटाकर लगभग 8,00,000 वाहन कर पूरे वर्ष के दौरान 90.7 लाख वाहनों की अपनी उत्पादन योजना को कम करने के संकेत दिए हैं।
टोयोटा मोटर ने कहा कि वैश्विक बिक्री अप्रैल में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 11.1 प्रतिशत गिर गई। कोरोना (Corona) और सेमी-कंडक्टर चिप की कमी के चलते सभी कार कंपनियों के निर्माण और बिक्री पर असर पड़ा। लेकिन अन्य कंपनियों के मुकाबले टोयोटा तमाम दिक्कतों के बाद भी बेहतर प्रदर्शन कर पाई है।