रांची: राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने कहा कि मानवता (Humanity) की सच्ची सेवा ही जीवन का धर्म (Religion) है।
जीवन में परोपकार से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। इस तरह ईश्वरीय प्रेरणा से श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल (Sri Satya Sai Sanjeevani Hospital) का शुभारंभ होना समाजहित में सार्थक है।
बैस शुक्रवार को जमशेदपुर (Jamshedpur) में श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि श्री सत्य साईं ने संसार को प्रेम, दया, करूणा, सहिष्णुता और मानवता का संदेश दिया। उनके विचार में मानव (Mankind ) सेवा ही ईश्वर सेवा है। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन दीन-हीन और पीड़ितों के लिए अर्पित किया।
उन्होंने कहा कि प्राचीन अस्पताल जरूरतमंदों के लिए आश्रय स्थल थे। अस्पताल रोगियों (Hospital Patient) को देखभाल की सुविधा प्रदान करते थे लेकिन विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण में प्रगति ने आधुनिक अस्पतालों को न केवल देखभाल की जगह बल्कि इलाज की जगह भी बना दिया है।
आज अस्पताल लोगों के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है
उन्होंने कहा कि अस्पताल किसी भी समाज के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। यह एक राष्ट्र के बुनियादी ढांचे का निर्माण करते हैं।
देश में पर्याप्त संख्या में अस्पताल, उनमें उचित उपकरण और सुविधाएं आप लोगों का देश के प्रति अपने नागरिकों की देखभाल और चिंता को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा कि आज अस्पताल लोगों के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है।
अत्यधिक प्रदूषण स्तर और बदलती जीवन शैली की वजह से अधिक से अधिक लोग बीमारियों (Diseases) के शिकार हो रहे हैं और उन्हें पर्याप्त चिकित्सा की आवश्यकता होती है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास अच्छे डॉक्टर हैं और आसपास के क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाएं (Medical Facilities) हैं तो यह राहत की सांस देता है क्योंकि हमें पता है कि हमारे पास तत्काल बीमारी का निदान है।
एक अस्पताल का संचालन सिर्फ वहां के चिकित्सक (Doctor) के भरोसे नहीं हो सकता है, अस्पताल के बेहतर संचालन में चिकित्सक के साथ नर्स, कंपाउंडर, सफाईकर्मी आदि सभी का अहम दायित्व है।