न्यूयॉर्क: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह जो बाइडेन से हार स्वीकार कर सकते हैं क्योंकि मीडिया ने जॉर्जिया में भी डेमोक्रेट को विजेता घोषित कर दिया है, जहां पर मतगणना अभी भी जारी थी।
ट्रंप अब तक बाइडेन की जीत से इनकार करते रहे हैं और उन्होंने तो कुछ नतीजों को अदालतों में चुनौती देने की कसम भी खाई है। लेकिन शुक्रवार को कोरोनावायरस पर आधारित ब्रीफिंग के दौरान कहा, भविष्य में जो होगा, कोई नहीं जानता, कि कौनसा प्रशासन होगा। यह तो समय भी बताएगा।
20 जनवरी को किसी और प्रशासन के बारे में बोलने का उनका पहला मौका था। इस बात को लेकर अटकलें लगाई जाती रही हैं कि आखिरकार वह हार कैसे स्वीकार करेंगे। ट्रंप के एक अज्ञात वरिष्ठ सहयोगी ने एनबीसी से कहा है कि ऐसी संभावना है कि ट्रंप चुनाव के फैसले को स्वीकार कर सकते हैं।
देश में कोविड-19 के कहर और इसकी दूसरी लहर के बीच ट्रंप ने कहा कि वह देशव्यापी लॉकडाउन लागू नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, हम लॉकडाउन में नहीं जाएंगे। यह प्रशासन लॉकडाउन में नहीं जाएगा। भविष्य में क्या होगा, कौन सा प्रशासन होगा, यह समय बताएगा।
हालांकि मतगणना अभी भी जारी है और परिणाम आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किए गए हैं, मीडिया ने बाइडेन को उनके अनुमानों के आधार पर विजेता का ताज पहनाया है और इस आधार पर बाइडेन और डेमोक्रेट ने मांग की है कि उन्हें अधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति चुने जाने का दर्जा दिया जाना चाहिए।
मीडिया के अनुसार, बाइडेन को 306 इलेक्टोरल कॉलेज वोट और ट्रम्प को 232 मिले हैं, जबकि जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की जरूरत होती है।
बाइडेन ट्रांजिशन टीम के प्रवक्ता जेन पसाकी ने एक ब्रीफिंग के दौरान शिकायत की कि वे लोग कोविड को लेकर चल रहे कामों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, जबकि शासन करने की तैयारी के लिए यह जरूरी है।
कानूनी रूप से चुने गए राष्ट्रपति को कार्यालय में स्थानांतरित होने और ब्रीफिंग तक पहुंचने की आधिकारिक सुविधाएं दी जानी चाहिए। लेकिन सामान्य सेवा प्रशासन के प्रमुख एमिली मर्फी इसके लिए चुनाव परिणामों की आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहे हैं। राज्यों के पास आधिकारिक तौर से परिणाम घोषित करने के लिए 14 दिसंबर तक का समय है।
ट्रंप बिना सबूतों के चुनावों में धांधली होने की बात कह रहे हैं जबकि देश भर के चुनाव अधिकारियों ने ऐसी संभावना से साफ इनकार किया है।