TSPC Area Commander Muneshwar Ganjhu Surrendered: प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुती कमेटी (TSPC) के एरिया कमांडर मुनेश्वर गंझू (Muneshwar Ganjhu) उर्फ विक्रम ने रांची पुलिस के समक्ष सोमवार को आत्मसमर्पण किया है।
रांची SSP चंदन सिन्हा और CRPF के अधिकारियों के समक्ष मुनेश्वर गंझू ने SSP कार्यालय में आत्मसमर्पण (Surrender) किया।
मुनेश्वर मूल रूप से हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र के डमारू गांव का रहने वाला है। इसके खिलाफ रांची, हजारीबाग और चतरा जिले के अलग-अलग थाना में कुल 26 मामले दर्ज हैं। मुनेश्वर झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। वह कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है।
TSPC लेवी वसूलने और शोषण करने में लगी : मुनेश्वर
मुनेश्वर ने बताया कि वह संगठन से 2015 में जुड़ा था। वह तीसरा कक्षा तक पढ़ा है। गांव के आसपास जंगली क्षेत्र होने के कारण TSPC संगठन के नक्सलियों का आना-जाना लगा रहता था।
उसी समय इनकी जान पहचान नक्सली सागर गंझू तथा जगु उर्फ जागेश्वर गंझू, किशुन गंझू, रामेश्वर महतो उर्फ पहाड़ी जी एवं उनके दस्ता सदस्यों से हुई। किशुन गंझू के कहने पर TSPC संगठन में शामिल हुआ। वर्ष 2019 में जोनल कमाण्डर जगु उर्फ जागेश्वर गंझू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
उसके बाद सबजोनल कमाण्डर रामेश्वर महतो उर्फ पहाड़ी को कमाण्डर बनाया गया। उस समय टीम में कियावादी के अलावा रामेश्वर महतो उर्फ पहाड़ी, दिनेश जी, मनोज मुण्डा, अर्जुन मुण्डा, अशोक गंझू, संतोष गंझू, राहुल गंझू उर्फ खलील एवं जितेन्द्र गंझू थे।
रामेश्वर महतो चुर्फ पहाड़ी के कहने पर 2017 में मुनेश्वर को राईफल दिया गया। वर्ष 2019 में इन्हें एरिया कमाण्डर बना दिया गया। साथ ही एके-47 राईफल दिया गया।
उसे उमेडण्डा, बुढ़मू, खलारी, चान्हों, माण्डर, रातु, ठाकुरगांव इलाके की जिम्मेवारी सौपी गई। उसे इलाके में चल रहे सरकारी कार्य में ठेकेदारों से लेवी लेने का मुख्य कार्य सौपा गया। फरवरी 2024 में अपने दस्ता सदस्य एवं राहुल गुंझू के साथ एचपी पेट्रोल पम्प चकमे थाना बुड़मू के मालिक को धमकी दिया एवं पेट्रोल पम्प पर फायरिंग भी किया।
जनवरी 2024 में फ्लाई ओवर निर्माण रातु जिला के ठेकेदार को लेवी के लिए राहुल गंझू के साथ मिलकर धमकी दिया। वर्ष 2023-24 में पिठौरिया, केरेडारी, चान्हो, बुड़मू, खलारी, छापर, माण्डर, ठाकुरगांव, रातू जिला के जमीन कारोबारियों, ईट भट्ठा मालिकों, बालू खनन करने वाले, सरकारी कार्य करने वाले ठेकेदारों को लेवी के लिए धमकी दिया। मई 2024 में सीरम के जंगलों में पुलिस के साथ मुठभेड़ में राहुल गंझू उर्फ खलील एवं अन्य के साथ शामिल था तथा भागने में सफल रहा था।
मुनेश्वर ने बताया कि TSPC संगठन लेवी वसूलने और शोषण करने में लगी हुई है। यह पार्टी न्याय-अन्याय की बात अब नहीं कर रही है।
इस पार्टी के शीर्ष नेताओं को सिर्फ लेवी का पैसा चाहिए। संगठन के शीर्ष नक्सली कमांडर नीचे के कमांडरों का शोषण और सिद्धान्त के विपरित कार्य करने और इलाकों के ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से लेवी के लिए प्रताडित करने के लिए दबाव बनाने का निर्देश देते हैं।
नक्सलियों (Naxalites) द्वारा की जा रही ग्रामीणों की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर परिवार के साथ रहकर सामान्य जीवन जीने के लिए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे हैं। मुनेश्वर ने अपने अन्य नक्सली साथियों से अपील की है कि वे लोग भी झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति का लाभ लेकर हथियार डालें और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दें और राज्य के विकास में योगदान दे।