रांची: रांची आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम ने रेलवे स्टेशन से दो नाबालिग लड़कियों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है। इन लड़कियों को सही सलामत रेलवे की चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है।
चाइल्डलाइन आगे की कार्रवाई कर रही है। डरी-सहमी दोनों लड़कियों को तस्कर दिल्ली ले जा रहे थे।
क्या है मामला
गौरतलब है कि आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम ट्रेन संख्या 02453 रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में चेकिंग कर रही थी। तभी उन्हें प्लेटफार्म नंबर एक पर डरी-सहमी हुई दो लड़कियां नजर आईं।
उनसे पूछताछ पर पता चला कि वह दिल्ली जा रही हैं। पूछताछ में वह यह नहीं बता पा रही थीं कि दिल्ली में उन्हें कहां जाना है।
लड़कियों ने बस इतना बताया कि वो घरेलू काम करने जा रही हैं।
इनमें से एक लड़की गुमला की और दूसरी छत्तीसगढ़ के बलरामपुर की है।
दोनों ने आरपीएफ को बताया कि उनके माता-पिता को उनके दिल्ली जाने की जानकारी नहीं है।
वह घर में बिना बताए काम करने के लिए निकली हैं। आरपीएफ ने दोनों को राजधानी एक्सप्रेस में नहीं चढ़ने दिया।
उन्हें आरपीएफ पोस्ट ले जाकर पूछताछ की गई और फिर चाइल्डलाइन को सौंप दिया गया।
आरपीएफ ने यात्री को सौंपा बैग
आरपीएफ ने हटिया रेलवे स्टेशन पर एक यात्री काे छूटा उसका बैग भी सौंप दिया है।
यह बैग महाराष्ट्र के जलगांव के रहने वाले भगवत नामदेव का है।
भगवत नामदेव का यह बैग वहां छूट गया था। जो आरपीएफ को मिल गया था और उसने का पता लगाकर उसे बैग सौंपा।
बच्चे की मां को उपलब्ध कराया गर्म पानी
आरपीएफ के जवानों ने मुरी रेलवे स्टेशन पर एक महिला को गर्म पानी उपलब्ध कराया।
महिला अपने बच्चे को पिलाने के लिए गर्म पानी की तलाश कर रही थी।
इसकी जानकारी मिलने पर आरपीएफ ने मुरी रेलवे स्टेशन पर गर्म पानी का इंतजाम किया और संबलपुर मंडुवाडीह ट्रेन में सफर कर रही इस महिला को गर्म पानी उपलब्ध कराया।