रामगढ़: अपनी हिम्मत के बल पर दो नाबालिग लड़कियां सेक्स रैकेट के दलदल में फंसने से बाल-बाल बच गई हैं।
इन्हें धोखा देकर पटना से रजरप्पा लाया गया था। यहां किसी तरह दोनों लड़कियां होटल के कमरे से भाग कर अपनी आबरू बचाईं।
साथ ही ये बच्चियां सेक्स रैकेट के दलदल में फंसने से बच गईं।
फिलहाल, गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पहल पर इन्हें रजरप्पा की महिला थाना पुलिस को सौंपा गया है।
महिला थाना ने दोनों लड़कियों को बाल कल्याण समिति के हवाले कर दिया है।
होटल में लोगों से शारीरिक संबंध बनाने को कहा गया था
जानकारी के अनुसार, रजरप्पा के होटल में 1 महिला, 2 पुरुषों ने इन बच्चियों को पटना से लाकर रखा था।
वो इन्हें कोलकाता लेकर जा रहे थे। दरअसल, दोनों किशोरियों को महिला काम देने के नाम पर उनके घर पटना (बिहार) से कोलकाता ले जा रही थी।
दोनों किशोरियों को रजरप्पा के एक होटल के कमरे में ठहराया गया था, जहां इन्हें पटना से आए लोगों से शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा गया।
जब इन लड़कियों ने मना किया तो उनके साथ महिला ने मारपीट की।
इसके बाद दोनों किशोरियां किसी तरह होटल के कमरे से निकलकर बाहर निकलीं और वहां से पटना जाने के लिए बस में बैठाने के लिए आसपास के लोगों से मदद की गुहार लगाई।
गिरिडीह सांसद की पहल पर सीडब्ल्यूसी भेजी गईं दोनों लड़कियां
मौके पर मौजूद लोगों ने इसकी जानकारी गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी को दी। इसके बाद सांसद ने एसपी को फोन कर मामले की जानकारी दी।
इसके बाद दोनों किशोरियों को महिला थाना के हवाले कर दिया गया।
वहीं, महिला थाना ने किशोरियों को जिला बाल कल्याण समिति को सौंप दिया।
फिलहाल दोनों किशोरियों की मेडिकल जांच करवाकर बाल कल्याण समिति ने आश्रय गृह में रखा है।
काम दिलाने के बहाने ले जा रही थी जान-पहचान वाली महिला
किशोरियों ने बताया कि वो पटना की रहने वाली हैं। जान पहचान वाली एक महिला ने उन दोनों को शादी में वेलकम कराने के लिए गेट पर खड़ा रहने के काम के लिए घर से इजाजत लेकर लाई थी, लेकिन संदेह होने पर उन्होंने पूछताछ शुरू कर दी और सही जवाब नहीं मिलने पर गाड़ी में लड़कियां हो हल्ला करने लगीं।
इसके बाद ही महिला और दोनों पुरूषों ने किशोरियों को रजरप्पा में ठहराया।
इस बीच किशोरियां किसी तरह उनके चंगुल से भाग निकलीं।
पूरे मामले में रजरप्पा थाना के एएसआई ने कहा कि गिरिडीह सांसद की ओर से सूचना दी गई थी, जिसके बाद उन्होंने दोनों लड़कियों को महिला थाना के सुपूर्द किया है।
यह सेक्स रैकेट का भी मामला हो सकता है। पूरे मामले की जांच वरीय पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में की जा रही है।