श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को कश्मीर घाटी के कई स्थानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी श्रीनगर, कुलगाम, बारामुला, सोपोर व अनंतनाग में लगभग 16 स्थानों पर की गयी।
इस दौरान एनआईए की टीम ने ‘द रजिस्टेंस फ्रंट जम्मू कश्मीर’ (टीआरएफ) के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है।
दोनों गिरफ्तार आतंकियों की पहचान तौसीफ अहमद वानी निवासी बंगडारा बारामुला और फैज अहमद खान निवासी पांजत अनंतनाग के रूप में हुई।
ये दोनों जम्मू को दहलाने की साजिश में लिप्त हैं। इसके अलावा इनके कब्जे से मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड व अन्य सामान बरामद हुआ है।
एनआईए के प्रवक्ता ने दावा किया है कि यह छापेमारी 27 जून को जम्मू में टीआरएफ के एक आतंकी से बरामद आइईडी से संबधित मामले में हुई है। यह आइईडी जम्मू में अल्पसंख्यकों के एक धर्मस्थल को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल की जानी थी।
यह छापेमारी जम्मू में धमाके करने की टीआरएफ की साजिश और आतंकी संगठन आईएसआईएस व उसकी एक मैगजीन द वायस ऑफ हिंद से जुड़े मामलों में हुई है।
इस बीच लश्कर-ए-तैयबा का हिट स्क्वाड कहे जाने वाले द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी टीआरएफ के कमांडर सज्जाद गुल के घर पर भी एनआईए की टीम ने छापेमारी की है। कई ठिकानों से दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
यह छापेमारी कश्मीर में युवाओं को भड़काने, कट्टरपंथ को हवा देने वाली पत्रिका वॉयस आफ हिंद के प्रकाशन, आइईडी की बरामदगी, टेरर फंडिंग, आतंकी संगठनों व राष्ट्रद्रोही तत्वों की मदद करने के सिलसिले में की गई है।
अभी तक इन मामलों में एनआईए की टीम ने एजाज अहमद टाक, मुदासिर अहमद अहंगर, नसीर मंजूर मीर और जुनैद हुसैन के अलावा कुछ अन्य को हिरासत में लिया है, जिनसे पुछताछ की जा रही है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह एनआईए की टीम ने श्रीनगर सहित कई स्थानों पुलिस, सीआरपीएफ व सेना की सहायता से छापेमारी की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह में कश्मीर घाटी में आतंकियों द्वारा सात लोगों की हत्या की गई है।
इनमें से 4 अल्पसंख्यक भी शामिल हैं, जिससे निपटने के लिए प्रशासन ने कड़ा रुख अपना लिया है। कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी करने के साथ ही पुलिस ने आतंकियों व उनके समर्थकों के खिलाफ अभियान तेज करते हुए सैकड़ों की संख्या में संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
इनमें से ज्यादातर पुराने व कुख्यात पत्थरबाज, जमाते इस्लामी के कार्यकर्ता, पूर्व आतंकी और आतंकियों के पुराने गाइड ओवरग्राउंड वर्कर शामिल हैं।
कश्मीर में रहने वाले कई अल्पसंख्यकों ने जम्मू सहित अन्य शहरों की तरफ रुख कर दिया है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने वादी में सभी अल्पसंख्यक बस्तियों की सुरक्षा बढ़ा दी है। आतंकियों के प्रभाव वाले इलाकों में घेराबंदी कर तलाशी ली जा रही है।