न्यूज़ अरोमा रांची: चतरा जिले की सीमा से सटे क्षेत्र में झारखंड-बिहार पुलिस की संयुक्त टीम को शनिवार देर रात एक बड़ी सफलता मिली है।
दोनों राज्यों की पुलिस, एसटीएफ और कोबरा बटालियन ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी का जोनल कमांडर आलोक मार गिराया गया।
इस पर दस लाख रुपये का इनाम घोषित था। नक्सलियों की गोलीबारी में दो ग्रामीण भी मारे गए हैं।
नक्सली जोनल कमांडर आलोक चतरा जिले के सदर थाना क्षेत्र के बरैनी गांव का रहने वाला था और उसके खिलाफ चतरा और बिहार के गया तथा औरंगाबाद जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में कई आपराधिक मामले दर्ज थे।
बताया गया है कि सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना के आधार पर सीमावर्ती इलाके में नक्सलियों की घेराबंदी शुरू की।
इस पर नक्सलियों ने पुलिस बल पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में सुरक्षा बलों ने फायरिंग शुरू कर दी।
इस गोलीबारी में जोनल कमांडर आलोक मारा गया। नक्सलियों की गोलीबारी में दो ग्रामीणों को भी गोली लगने की खबर है।
पुलिस ने नक्सली आलोक शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।
सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक एके-47 राइफल भी बरामद की है। मुठभेड़ के बाद पुलिस और सीआरपीएफ ने आसपास के इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया।
मुठभेड़ में मारा गया नक्सली जोनल कमांडर आलोक पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
नक्सली की गोली से मारे गये ग्रामीणों की पहचान नदरपुर पंचायत के मुखिया देवर वीरेंद्र यादव के रूप में की गयी है, जबकि अभी एक ग्रामीण की अभी पहचान नहीं हुई है।
शनिवार को चतरा जिले में नक्सलियों ने छठ घाट पर फायरिंग कर अर्घ्य देने के दौरान एक कोयला कारोबारी की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
इस घटना के बाद पुलिस महानिदेशक एमवी राव चतरा पहुंचे थे और वरीय पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था।